Story of Napoleon: मौत को सामने देखकर होता है कैसा अनुभव ?

punjabkesari.in Sunday, Jul 16, 2023 - 09:06 AM (IST)

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The Story of Napoleon: एक बार नेपोलियन अपने सैनिकों से अलग होकर एक गांव में पहुंचा। वहां रूसी सैनिक उसे ढूंढ रहे थे। जान बचाने के लिए वह एक दर्जी की दुकान में घुस गया। दर्जी ने नेपोलियन को एक कालीन में लपेटकर कोने में डाल दिया। रूसी सैनिक दुकान में घुसकर नेपोलियन को खोजने लगे। एक सैनिक ने तो अपनी तलवार ही कालीन में घुसेड़ दी। सैनिकों के वहां से जाने पर दर्जी ने कालीन खोलकर देखा और नेपोलियन को सही-सलामत पाने पर चैन की सांस ली।

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नेपोलियन दर्जी से बोला, ‘‘मैं फ्रांस का सम्राट हूं इसलिए मैं तुम्हारी तीन इच्छाएं पूरी करूंगा।’’ दर्जी अनपढ़ था।

 वह बोला, ‘‘महाराज, मेरी छत टपकती रहती है। उसकी मुरम्मत करवा दें।’’ यह सुनकर नेपोलियन बोला, दूसरी इच्छा?

 दर्जी बोला, मेरे पड़ोस में एक और दर्जी है। उसे आप कहीं और भेजने के लिए राजी कर दें। यह सुनकर नेपोलियन बोला, ‘‘तुम मुझसे ये छोटी-छोटी इच्छाएं पूरी करने के लिए क्यों कह रहे हो?’’

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फिर दर्जी साहस करके बोला, ‘‘जब रूसी सैनिक की तलवार कालीन में आपके सामने से गुजरी, तो आपको कैसे लगा?

तभी नेपोलियन के सैनिक वहां आ पहुंचे। उन्हें देखते ही नेपोलियन ने दर्जी को जान से मारने के आदेश दिए और वहां से चला गया।

सैनिक दर्जी पर गोली चलाने ही वाले थे कि नेपोलियन का सेनापति दौड़ता हुआ आया और बोला, ‘‘सम्राट ने इसे क्षमा कर दिया है, इसे जाने दो।’’

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दर्जी वहां से भागने ही वाला था कि सेनापति ने उसे एक कागज के साथ ही मोहरों से भरी थैली देकर कहा, ‘‘यह सम्राट ने तुम्हारे लिए भिजवाई है।’’ दर्जी ने कागज खोला, उस पर लिखा था, ‘‘अब तो तुम्हें पता चल गया होगा कि मुझे कैसा अनुभव हुआ होगा।’’

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Content Writer

Niyati Bhandari

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