इस मंदिर में हिंदू-मुस्लिम एक साथ मांगते हैं मन्नत

Saturday, May 25, 2019 - 04:45 PM (IST)

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अगर बात कर हिंदू धर्म की तो इस धर्म में सबसे अधिक पूजा देवों के देव महादेव की होती है। शास्त्रों में जितना वर्णन इनके बारे में मिलता है उससे जानने-पढ़ने के बाद इन्हें सबसे ज्यादा महत्व प्रदान है। शिव पुराण में इनके अनेकों नाम दिए गए है, जिसके चलते इनके भक्त इन्हें अलग-अलग नामों से पुकारते हैं। देश के साथ-साथ विदेशों में भी इनके कई मंदिर हैं। तो आइए आपको बताते हैं इनके एक ऐसे मंदिर के बारे में जहां शिव जी की पूजा के साथ मुस्लिम लोग उनका सजदा करते हैं।

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर ज़िले के सरया तिवारी गांव में एक प्राचीन शिव मंदिर है जिसे झारखंडी महादेव के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इस मंदिर में कोई छत नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार यहां छत बनवाने की कोशिश की गई लेकिन कभी भी छत बन नहीं पाई। जिस कारण आज भी झारखंडी नामक महादेव शिवलिंग खुले में ही स्थित है।

इस मंदिर और खास बनाती है इस मंदिर की एक अद्भुत विशेषता कि मंदिर के आस-पास रहने वाले हिंदू जहां इस मंदिर शिवलिंग की पूजा करते हैं तो वहीं मुसलमान भी इसके प्रति पूरी श्रद्धा रखते हैं। बल्कि कहा जाता वो यहां आकर नमाज़ अदा करते हैं। पौराणिक मान्यताओं और कथाओं के अनुसार ये शिवलिंग स्वयं-भू है।

मंदिर के बारे में प्रचलित किंवदंति के मुताबिक मोहम्मद गजनवी ने एक बार इस शिवलिंग की प्रसिद्धि सुनकर इसे तोड़वाने की कोशिश की थी लेकिन वह इसमें असफल हुआ था। जिसके बाद  उसने शिवलिंग पर कुरान का पवित्र कलमा लिखवा दिया। कलमा लिखवाने के पीछे उसकी सोच ये थी कि इसके बाद हिन्दू इस शिवलिंग की पूजा नहीं करेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कलमा लिखवाने के बाद यह शिवलिंग पहले से अधिक प्रसिद्ध हो गया।

बताया जाता है आज के समय यह शिवलिंग हिंदू और मुसलमान धर्म के लोग इसे प्रमुख केंद्र मानते हैं। सावन के महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पूजा करने आते हैं। वहीं मुस्लिम भी यहां आकर नमाज़ अदा करते हैं। इस मंदिर के पास एक तालाब भी है जहां नहाने से कुष्ठ रोग बिल्कुल ठीक हो जाते हैं।
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Jyoti

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