Kundli Tv- यंत्रों के राजा को घर लाएं और महाराजा बन जाएं

Monday, Nov 12, 2018 - 11:40 AM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
श्रीयंत्र अपने आप में एक श्रेष्ठ यंत्र है। आर्थिक उन्नति तथा भौतिक सुख-सम्पदा के लिए इससे बढ़ कर कोई यंत्र नहीं है। लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने तथा व्यापार में वृद्धि के लिए श्री यंत्र सर्वश्रेष्ठ है। श्रीयंत्र आर्थिक ऋण से मुक्ति दिलाता है और मनोकामनाओं की पूर्ति करता है। श्री यंत्र को केसर मिले हुए दूध से धोकर पूजन स्थल, व्यावसायिक स्थल, कार्यालय, घर अथवा किसी भी शुद्ध स्थान पर लाल रेशमी कपड़े पर स्थापित करना चाहिए।

धर्मशास्त्रों एवं तांत्रिक ग्रंथों में श्रीयंत्र की महिमा प्रतिपादित करते हुए इसे यंत्रराज की संज्ञा से भी विभूषित किया गया है। श्रीयंत्र साक्षात लक्ष्मी का प्रतीक एवं रक्षा का एक साधन है जो मौत के देवता से भी रक्षा करता है क्योंकि इसमें अनेक देवी-देवताओं का वास है। 

जिस घर में श्रीयंत्र स्थापित होता है वह घर-परिवार हर तरफ से मंगलमय सुख एवं शांति अनुभव करता है। सोने से बना श्रीयंत्र आजीवन, चांदी से बना श्रीयंत्र 22 वर्ष, तांबे से बना श्रीयंत्र 12 वर्ष तथा भोजपत्र पर लिखित श्रीयंत्र 6 वर्ष तक शुभ फल देता है। श्रीयंत्र के सामने प्रतिदिन सामान्य रूप से धूप, अगरबत्ती तथा घी का दीपक जलाने से लक्ष्मी जी की पूजा हो जाती है। इस प्रकार लक्ष्मी जी प्रसन्न होकर अपने भक्तों को संतुष्ट करती हैं। प्रत्येक कार्य में अनुकूल सफलता प्राप्त होती है जो व्यक्ति रोजाना स्नान करता है स्वच्छ वस्त्र धारण करता है, अच्छे विचार रखता है, दूसरी स्त्रियों पर कुदृष्टि नहीं रखता, श्रीयंत्र ऐसे व्यक्ति को अधिक लाभ देता है। सदाचारी, विद्वान, धर्मज्ञ, अपने माता-पिता की सेवा करने वाला, रोज पुण्य प्राप्त करने वाला, क्षमा करने वाला, बुद्धिमान, दयावान तथा गुरु की सेवा करने वाले व्यक्ति के घर श्रीयंत्र अधिक लाभ देता है।

घर से निकलते समय आ जाए छींक तो जाने से क्यों रोका जाता है  (VIDEO)

Niyati Bhandari

Advertising