तिरुपति बालाजी मंदिर में आने वाले दान ने तोड़े अब तक के सारे रिकार्ड

Tuesday, Sep 08, 2020 - 01:12 PM (IST)

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देश भर में ऐेसे कई मंदिर आदि हैं जिनसे ऐसे ऐसे रहस्य जुड़े हुए हैं जो किसी भी चौका सकते हैं। आज हम आप के लिए ऐसा ही मंदिर लाएं हैं। बता दें ये मंदिर कोई आम मंदिर नही हैं बल्कि इस मंदिर को देशभर के सभी अमीर मंदिरों में से एक माना जाता है। बता दें हम बात कर रहे हैं कि  आंध्रप्रदेश में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर की, जहां इन दिनों भक्तों की आस्था का ऐसा नमूना देखने को मिला, जिससे ये साफ हो गया है कि बालाजी के भक्त उनकी प्रति कितना स्नेह और श्रद्धा रखते हैं। दरअसल इस मंदिर से जुड़ी आई खबरों के अनुसार यहां ऐसा पहली बार हुआ है कि श्रद्धालुओं ने इतना दान दिया, जिससे अब तक के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं। 

पिछले शनिवार को लॉकडाउन के बाद पहली बार मंदिर में रखी हुंडी में लोगों ने मन भर दान किया। एक दिन में 1.02 करोड़ रुपये की हुंडी यानि दान पात्र से आय प्राप्त हुई। लॉकडाउन के बाद दोबारा खोलने के बाद यह पहली बार था कि हुंडी की आय एक दिन में 1 करोड़ रुपये से अधिक हो गई। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने मुताबिक शनिवार को मंदिर के अंदर 13,486 भक्त थे और रविवार को उनके द्वारा दान किए गए धन की गिनती की गई। तिरुमाला भगवान बालाजी मंदिर ने शनिवार को एक दिन में 1.02 करोड़ रुपये की हुंडी आय प्राप्त की। पोस्ट लॉकेशन के दोबारा खोलने के बाद ये पहली बार था कि हुंडी की आय एक दिन में 1 करोड़ रुपये से अधिक हो गई। कोरोनोवायरस संकट के बीच मंदिर में भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित था। मंदिर 11 जून को तीर्थयात्रियों के लिए फिर से खुल गया।

बता दें आंध्र प्रदेश की तिरुमला पहाड़ियों पर स्थित तिरुपति बालाजी के प्रसिद्ध तिरुमाला तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर के इस वित्तीय वर्ष में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट ने 2,500 करोड़ रुपये सिर्फ खर्च का अनुमान तय किया था। सामान्य तौर पर ट्रस्ट को हर महीने लगभग 200 से 220 करोड़ रुपये की आमदनी होती है। इनमें से बड़ी रकम दान के रूप में आती है तो उसका एक हिस्सा प्रसाद के तौर पर लड्डू बेचकर भी ट्रस्ट के खाते में जमा होती है। 2016 के आंकड़े के मुताबिक तो ट्रस्ट ने 75 करोड़ रुपये सिर्फ लड्डू बेचकर जुटाए थे। अगर 2018-19 की बात करें तो मंदिर को 2,894 करोड़ रुपये का सालाना राजस्व मिला था।
 

400 करोड़ के नुकसान के बाद भी नहीं रोकी थी स्टाफ की सैलरी
कोरोना महामारी के चलते देशव्‍यापी लॉकडाउन की वजह से मंदिर की यह मोटी कमाई पूरी तरह से रुक गई थी। इसके बावजूद भगवान वेंकटेश्वर के आशीर्वाद से तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड ने अब तक हुए 400 करोड़ रुपये के नुकसान के बावजूद मंदिर में काम करने वाले सभी तरह के 23,000 स्टाफ को कम से कम तीन महीने तक पूरी सैलरी और पेंशन दी।

Jyoti

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