Kundli Tv- सोमवार को भूलकर भी न करें ये काम, वरना बन सकते हैं पाप के भागी

Sunday, Jun 24, 2018 - 02:38 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (देखें VIDEO)

हिंदू धर्म में सोमवार के दिन भगवान शिव के पूजन करने का अधिक महत्व माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन भोलेनाथ की पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसलिए इस दिन लोग भगवान शंकर की पूजा के साथ- साथ व्रत आदि भी करते हैं। विशेष तौर पर इस दिन दंपत्ति अगर मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं तो उनका वैवाहिक जीवन सुखमय हो जाता है। वैवाहिक जीवन के अलावा भी सोमवार का व्रत व्यक्ति के लिए हितकारी माना जाता है। 



भगवान शिव एकमात्र एेसे देव हैं, जो बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन अगर इनकी पूजा-अर्चना में किसी प्रकार की भूल हो जाए तो भगवान रूष्ट हो सकते हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को इनकी पूजा में कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। तो आईए जानें इनकी पूजा में कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए।

पूजा के वस्त्र 
शिव पूजा के दौरान पहने जाने वाले वस्त्रों पर विशेष ध्यान देना चाहिए लेकिन अक्सर देखा जाता है कि लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। शास्त्रों के मुताबिक शिव की पूजा के समय हरे रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है, पर जो लोग इसका पालन नहीं करते और किसी भी रंग के वस्त्र पहनकर पूजा कर लेते हैं उन पर शिव की कृपा नहीं होती और न ही पूजा का सही फल मिल पाता है। 



सोमवार के दिन पूजा करते हुए काले कपड़े भूलकर भी नहीं पहननें चाहिए, क्योंकि धार्मिक मान्यताओं की माने तो भगवान शिव को काला रंग पसंद नहीं है और काले रंग के वस्त्रों से वे क्रोधित हो जाते हैं, ऐसे में शिव पूजा के दौरान काले कपड़े पहनने से हमेशा बचें और कोशिश करें कि सोमवार को शिव पूजा में हरा, लाल, सफ़ेद, केसरिया, पीला या आसमानी रंग के वस्त्र ही धारण करें।



इसी के साथ इन बात का भी ध्यान अवश्य रखें कि कपड़े साफ़ औक सबती हो, क्योंकि एेेसे वस्त्र शुद्ध होने के साथ-साथ आरामदायक होते हैं। पूजा में एेेसे वस्त्र पहनकर बैठने से व्यक्ति का ध्यान इधर-उधर नहीं भटकटा। वहीं धार्मिक मान्यता है कि पुरुषों के लिए पूजा के दौरान धोती पहनना शुभ रहता है। 

भूलकर भी शिव पर न चढ़ाएं
मान्यता है कि शिवजी को सफेद रंग के फूल पसंद होते हैं, पर वहीं केतकी का फूल सफेद होने के बावजूद शिवजी की पूजा में नहीं प्रयोग होता है.. वहीं भगवान शिव की पूजा में शंख से जल अर्पित करने का विधान भी नहीं , इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए। इसके अलावा भगवान शिव की पूजा में तुलसी का प्रयोग भी वर्जित माना गया है। साथ ही शिव पूजा में तिल का भी प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि मान्यता है कि तिल भगवान विष्णु के मैल से उत्पन्न हुआ माना जाता है, ऐसे में तिल भगवान विष्णु को तो अर्पित किया जाता है पर शिव जी को नहीं चढ़या जाता।

ये चीज़ें भी नहीं पसंद भोलेनाथ को
शिव जी की पूजा में अगर आप चावल चढ़ाते हैं तो इस बात विशेष ध्यान रखें कि वे चावल खंडित यानि टूटे हुए नहीं होने चाहिए।

वहीं शिव जी को आप नारियल तो चढ़ा सकते हैं, पर नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए।

हल्दी और कुमकुम उत्पत्ति के प्रतीक माने गए हैं, ऐसे में इनका प्रयोग भी शिव जी के पूजन में नहीं होना चाहिए। साथ ही कभी भी बासी या मुरझाए हुए फूल भगवान शिव को अर्पित न करें क्योंकि इससे शिवजी क्रोधित हो सकते हैं और आपको उनके क्रोध का भागी बनना पड़ सकता है।

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Jyoti

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