मां करेंगी आपकी कोरोना से रक्षा, घर बैठे ही कर सकते हैं मां को प्रसन्न

Saturday, Mar 21, 2020 - 06:48 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
25 मार्च से इस साल के चैत्र नवरात्रि प्रारंभ होने जा रहे हैं। मां के भक्तों को पूरे साल भर इनका बेसब्री से इंतज़ार रहता है। मगर इस बार बहुत से लोग निराश भी हैं। इसका कारण आप लोग जानते हैं। जी हां, कोरोना। जिसके चलते देश भर के बहुत से मंदिरों व शक्तिपीठों के कपाट बंद कर दिए गए है। जिसके चलते लोग ये सोच रहे हैं कि इस बार शायद वो मातारानी को प्रसन्न नहीं कर पाएंगे। लेकिन बता दें ऐसा बिल्कुल नहीं है। बेशक मंदिरों के कपाट बंद हो गए हों मगर मां अपने भक्तो पर वैसे ही कृपा बरसाने वाली हैं जैसे वो प्रत्येक नवरात्रों में बरसाती हैं। जी हां, इसके लिए आपको ज्यादा कुछ करने की ज़रूरत भी नहीं। बल्कि आप आराम से अपने घर पर बैठकर देवी दुर्गा को प्रसन्न कर उनकी कृपा पा सकते हैं। तो चलिए अगर आप जानना चाहते हैं कि नवरात्रों के दौरान अगर आप घर पर पूजा कर रहे हैं और आप समझ नहीं पा रहे कि आपको इसके लिए क्या और किस तरह की तैयारियां करना होंगी, आगे दी जाने वाली जानकारी को अच्छे से और विस्तारपूर्वक पढ़िए। वरना ऐसा न हो कहीं आप माता की कृपा पाने का ये कीमती मौका चूक दें।  

बता दें प्रत्येक वर्ष चैत्र मास में पड़ने वाले नवरात्रों को चैत्र नवरात्रि कहा जाता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस दौरान मां के नौ रूपों की पूजा की जाती है। वो नौ रूप हैं, शैलपुत्री, , ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री जिनकी इस दौरान विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस बार चैत्र नवरात्रि 25 मार्च, 2020 से शुरू होकर 02 अप्रैल 2020 चलेंगे।

ऐसे करें मां के आगमन की तैयारी
ध्यान रखें कि मां दुर्गा की तस्वीर या प्रतिमा स्थापन के लिए लकड़ी की चौकी का ही इस्तेमाल करें।

पूजन के दौरान सवा मीटर लाल या पीला कपड़ा/लाल चुनरी या साड़ी/कलश/आम के पत्ते /फूल माला और लाल फूल /एक जटा वाला नारियल/पान के पत्ते/सुपारी/इलायची/लौंग/कपूर/रोली, सिंदूर/मौली/चावल/ दुर्गा सप्तशती की पुस्तक अपने समक्ष ज़रूर रखें।

इन बातों को भी रखें दिमाग में-
अगर देवी की मूर्ति धातु या चांदी की बनी हो तो ध्यान रहे इसे पीताम्बरी से साफ कर लें।
घर के पूजा स्थल की एक दिन पहले ही साफ़ सफ़ाई समस्त देवी देवताओं के वस्त्रादि बदल दें।

पूजा करते ये बातें बिल्कुल न भूलें-
ध्यान रहें देवी दुर्गा की जो भी प्रतिमा स्थापित की है, या प्रतिमा स्थापित की है, उसमें माता का वाहन यानि शेर शांत मुद्रा में हो।
नवरात्रों के दौरान भूलकर भी माता रानी को दूर्वा अर्पित न करें। इससे आपकी पूजा निष्फल हो सकती है।

अगर घर में नवरात्रि के दौरान अखंड ज्योति जलाएं तो किसी भी हालात में घर को अकेला नहीं छोड़े यानि इस दौरान घर पर ताला नहीं होना चाहिए।  
देवी मां के आगे जलाया जाने वाला दीपक उनकी प्रतिमा या मूर्ति के बायीं ओर ही रखें और मूर्ति या जौ दायीं ओर बोएं।
जब मातारानी की पूजा करें तो लाल या पीले आसन पर ही बैठें।

अर्पण करने की सामग्री
मां को भेंट के रूप में लाल चुनरी/चूड़ी/बिछिया/इत्र/सिंदूर/महावर/ लाल बिन्दी/शुद्धमेहंदी/काजल/चोटी/ माला या मंगल सूत्र/पायल/कान की बाली आदि अर्पित करें। इससे मां आप पर प्रसन्न होंगी।

Jyoti

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