एक ही दिन पड़ रहा है प्रदोष और शिवरात्रि व्रत, इन मंत्रों से करें शिव जी को प्रसन्न

Tuesday, Aug 27, 2019 - 06:24 PM (IST)

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एकादशी व्रत की ही तरह हर माह में प्रदोष व मसिक शिवरात्रि मनाई जाती है। वैसे तो ये अलग-अलग व्रत है मगर कई बार ये एक ही दिन पड़ते हैं। जिस कारण इन दोनों व्रतों की महत्ता अधिक बढ़ जाती है। इस बार ऐसा ही संयोग बन रहा है जिसके चलते भगवान शिव को समर्पित ये दोनों व्रत एक ही दिन 28 अग्स्त को पड़ रहे हैं। माना जा रहा है इस दिन यानि 28 अगस्त दिन बुधवार को भादों मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को बुधवारी प्रदोष पर कुछ खास संयोग हन रहा है जिसके चलते इस दिन भगवान शिव जी की पूजा करना अति फलदायी मानी जा रहा है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन भोलेनाथ को याद करने से विद्या व बुद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन की गंभीर से गंभीर समस्याओं भी दूर हो जाती हैं। हिंदू धर्म के शास्त्रों में प्रदोष व्रत को अन्य व्रतों में पहला स्थान प्राप्त है।

इस दिन इनकी प्रदोष काल मे पूजा की जाती है, इसके बारे में तो सब को पता ही है, मगर ये किसी को नहीं पता होगा कि इनकी पूजा के अलावा इनके कुछ साधारण मंत्रों का जाप भगवान शंकर की अपार कृपा दिलाने में सक्षम होता है।

माना जाता है प्रदोष वर्त के दिन सूर्यास्‍त के समय घर में बैठकर अपने गुरुदेव का स्मरण करके शिवजी का स्मरण करते- करते ये 17 मंत्र बोलें, जिनके सिर पर कर्जा ज्यादा हो, वो शिवजी के मंदिर में जाकर दिया जलाकर ये 17 मंत्र बोले, इससे कर्जा से मुक्ति मिलेगी।

ये हैं वे मंत्र-
ॐ शिवाय नम:
ॐ सर्वात्मने नम:
ॐ त्रिनेत्राय नम:
ॐ हराय नम:
ॐ इन्द्र्मुखाय नम:
ॐ श्रीकंठाय नम:
ॐ सद्योजाताय नम:
ॐ वामदेवाय नम:
ॐ अघोरह्र्द्याय नम:
ॐ तत्पुरुषाय नम:
ॐ ईशानाय नम:
ॐ अनंतधर्माय नम:
ॐ ज्ञानभूताय नम:
ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नम:
ॐ प्रधानाय नम:
ॐ व्योमात्मने नम:
ॐ युक्तकेशात्मरूपाय नम:

इसके अलावा आर्थिक परेशानी से बचने के लिए करें ये उपाय-
शाम के समय या संध्या के समय जप-प्रार्थना करें एवं शिव मंदिर में दीप-दान करें। रात के 12  बजे के बाद कुछ देर श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें, आर्थिक परेशानी खत्म होंगी।

Jyoti

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