वैसाख मास में करें शिव जी से जुड़े ये उपाय, आस-पास भी नहीं भटकेगी कोरोना जैसी बीमारी

Thursday, Apr 09, 2020 - 12:46 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वैसाख मास में श्री हरि विष्णु जी की पूजा का विधान है। इसके अलावा इस दौरान दान व गंगा स्नान आदि का अधिक महत्व है। मगर बहुत कम लोग जानते हैं कि इस मास में श्री हरि की पूजा के साथ-साथ भगवान शंकर से जुड़े कई उपाय आदि भी करने लाभदायक माने जाते हैं। ज्योतिष शास्त्रों में इससे जुड़े कई उपाय वर्णित हैं। परंतु बता दें इसमें दिए गए उपायों को पूरी निष्ठा-भावना से करने पर ही अच्छे व लाभकारी परिणाम देखने को मिलते हैं। तो चलिए देर न करते हुए जानें वैसाख मास में किए जाने वाले देवों के देव महादेव से जुड़ी ये खास व चमत्कारी उपाय जो आपकी जीवन की समस्त परेशानियों का पलभरम में सफ़ाया कर देंगे।

शास्त्रों के अनुसार शिव का लिंग रूप यानि शिवलिंग ब्रम्हांड का प्रतीक हैं। जिसकी पूजा अति फलदायी मानी जाती है। मान्यता है कि जो जातक वैशाख माह में शिवलिंग के ऊपर पानी का कलश या घड़ा स्थापित करता है उसे पानी की बूंद-बूंद गिरती जाती है उसी तरह 1-1 करके जातक के जीवन की समस्याएं खत्म होती जाती हैं।

हम जानते हैं आपक दिमाग में अभी क्या बात चल रही होगी, यही कि कोरोना के चलते जहां देश भर में लॉकडाउन है तो वहीं इसके चलते कई जिले सल तक कर दिए गए हैं। जिस दौरान बाहर जाने का खतरा लेना भारी पड़ सकता है। बता दें इसमे घबराने वाली कोई बात नहीं है क्योंकि हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने वाले हैं जिन्हें करने के लिए आपको कहीं जाने की आवश्यकता नहीं पढ़ेगी।

बता दें कि इन उपायों को करने के लिए आपको केवल अपने घर में स्थापित पारद शिवलिंग या मिट्टी के बने शिवलिंग की ज़रूरत है। जी हां, केवल इन शिवलिंग पर कुछ ज्योतिष उपाय अपनाने से आप पर कालों के काल महाकाल कृपा कर देंगे और आपकी तमाम इच्छाएं पूरी हो जाएंगी।

(नोट: अगर घर मे शिवलिंग न हो, तो आगे बताए जाने वाले सभी उपाय शिव जी के चित्र के समक्ष किए जा सकते हैं।)

घर में ही शिवलिंग की पूजा करते हुए शिव जी का जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक करें तथा ही इन्हें इनका प्रिय पुष्प आक, धतूरा और बेलपत्र भी अर्पित करें।

शिव जी को ऋतु फलों का भोग लगाएं। ऐसा कहा जाता है कि इस महीने में घड़ा, सत्तू, तरबूज़ आदि दान करने से शारीरिक व्याधियों से छुटकारा मिलता है।

बता दें अगर वैसाख मास में घर में पारद शिवलिंग की स्थापना की जाए तो घर की सारी दरिद्रता दूर हो जाती है और सदैव परिवार वालों पर देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

घर के मंदिर में जल, दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से पारद शिवलिंग को स्नान कराएं। कम से कम 108 बार ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। इससे हर काम सिद्ध हो जाएंगे।

जीवन में जल्दी सफलता पाने के लिए वैसाख के पूरे माह रोज़ पारे से बने छोटे से शिवलिंग की पूजा करें। शास्त्रों में पारद शिवलिंग को बहुत चमत्कारी माना गया है।

क्योंकि दान पुण्य के लिए ये माह अधिक लाभकारी माना जाता है इसलिए वैशाख माह में जितना गो सके दान करना चाहिए। इस दौरान खासतौर पर किसी सुहागिन महिला को साड़ी, चूडिय़ां, कुमकुम आदि सुहाग की सामग्री उपहार में देनी चाहिए। ऐसा मान्यता है अगर कोई अविवाहित युवा या युवती ये उपाय करता है तो शीघ्र ही उनकी शादी के योग बनने लगते हैं।  

तो वहीं इस दौरान जल में केसर मिलाकर शिव जी पर अर्पित करने से विवाह और वैवाहिक जीवन से जुडी समस्याएं खत्म होती हैं।

बहुत देर से किसी बीमारी से जूझ रहे हों तो वैसाख का पूरा महीना पानी में दूध और काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। आप खुद देखेंगे कैसे कुछ ही दिनों में बीमारी छूं मंतर हो जाएगी। मगर ध्यान रखें कि इसका अर्थात ये नहीं है कि आप दवाईयां लेना छोड़ दें, अपना औपाचारिक इलाज भी करते रहें।

Jyoti

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