पित पक्ष 2019: पूर्वजों के स्वर्ग लौटने से पहले ज़रूर कर लें ये काम

Friday, Sep 20, 2019 - 10:35 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हर वर्ष भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन कृष्णपक्ष अमावस्या तक के सोलह दिनों में पितृ तर्पण करने का विधान है। इन दिनों में पूर्वजों का पिंडदान होने के कारण इसे पितृपक्ष के नाम से जाना जाता है। इस साल पितृ पक्ष का आरंभ 13 सितंबर से हुआ है, जिसका समापन 28 सितंबर को होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पितृ पक्ष के 16 दिनों में पूर्वजों की आत्मा की शांति व तृत्ति के लिए श्राद्ध आदि जैसे कर्म कांड किए जाते हैं। लोक किंवदंतियों की मानें तो पितृ पक्ष के दौरान पूर्वज पशु-पक्षी का रूप लेकर धरती पर अवतरित होते हैं। इसी कारण इस दौरान कुछ पशु-पक्षियों को भी खाना खिलाने की परंपरा प्रचलित है।

इसके अलावा पितृ पक्ष समाप्त होने से पहले हर किसी को ज्योतिष शास्त्र में बताए गए कुछ खास काम कर लेने चाहिए। ताकि जीवन से हमेशा के लिए सभी दुखों को नाश हो जाए। इससे पहले कि आप सोचने लगे कि पितृ पक्ष में किया जाने वाला वो खास काम कौन सा है, तो हम आपको जिज्ञासा को और न बढ़ाते हुए बताते हैं वो खास काम।

पितृ पक्ष के दौरान घर में जब भी रोटी बनाएं तो हमेशा पहली रोटी गाय के लिए निकालकर रखें और बाद में उसे गाय को खिलानी चाहिए। ऐसा माना जाता है गाय को रोटी खिलाने से एक साथ तैंतीस कोटि देवी देवताओं को रोटी खिलाने का पुण्यफल प्राप्त होता है। इसके अलावा माना जाता है पितृ पक्ष में जब गाय आपके द्वारा खाई रोटी ग्रहण करती है तो उसका अंश पित्रों को स्वतः ही मिल जाता है। बता दें ज़रूरी नहीं है कि गाय को रोटी देने की ये प्रतिक्रिया केवल पितृ पक्ष के दौरान ही की जानी चाहिए। शास्त्रों में रोज़ाना ऐसा करना लाभदायक बताया गया है।

आप में से बहुत से लोग होंगे जिनकी कुंडली में किसी न किसी तरह के दोष पाए जानते हैं ऐसे में उन्हें रात में एक आखिरी रोटी कुत्ते के नाम बनानी चाहिए। और उस पर तेल लगाकर कुत्ते को खिलाना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से सारे जातक की कुंडली के समस्त ग्रह दोष दूर हो जाते हैं। यही कारण है कि पितृ पक्ष के दिनों में विशेष तौर पर रात के समय कुत्ते को रोटी खिलाई जाती है।

पितृ पक्ष के दौरान पितरों के बनाए गए निमित्त भोजन में से सबसे पहले वाली रोटी को अलग रख दें। ध्यान रहे यह रोटी थोड़ी बड़ी बनाए ताकि इसके चार टुकड़े हो सके। रोटी के चार टुकड़े कर चारों पर थोड़ा थोड़ा गुड़ रख कर पहले टुकड़े को गाय को खिला दें एवं अपनी समस्याओं से मुक्ति की प्रार्थना करते हुए 7 परिक्रमा करें। इसके बाद दूसरे टुकड़े को कुत्ते, तीसरे रोटी के टूकड़े को कौवे को और  आख़िरी चौथे रोटी के टुकड़े को अपने घर में आए हुए भिक्षुक या फिर किसी मंदिर में रख आए।

Jyoti

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