आज 20 साल बाद बना अद्भुत संयोग, हाथ से न जानें दें पुण्य कमाने का ये मौका

Monday, Jul 20, 2020 - 06:53 AM (IST)

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Shravan Amavasya 2020: हिंदू कैलेंडर में नए चंद्रमा के दिन को अमावस्या कहते हैं और कई धार्मिक कार्यों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण दिन होता है। सावन मास की अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। अमावस्या जब सोमवार को पड़ती है तो उसे सोमवती अमावस्या कहते हैं और जब अमावस्या शनिवार के दिन पड़ती है तो उसे शनि अमावस्या कहते हैं। 20 साल बाद इस बार हरियाली और सोमवती अमावस्या एक ही दिन 20 जुलाई को मनाई जा रही है। हमारी संस्कृति और शास्त्रों में वृक्षों का बहुत महत्व बताया गया है और इस दिन वृक्षों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करने के लिए इसे हरियाली अमावस्या के तौर पर जाना जाता है।


इस बार सावन में कई संयोग बन रहे हैं। 20 जुलाई को श्रावण कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हरियाली अमावस्या भी है और इस दिन सावन का तीसरा सोमवार होने की वजह से सोमवती अमावस्या भी मनाई जा रही है। ऐसा संयोग कई सालों के बाद बना है। एक और महत्वपूर्ण संयोग यह भी बन रहा है कि इस दिन 5 ग्रह - चंद्र, बुध, गुरु, शुक्र और शनि अपनी-अपनी राशियों में रहेंगे जिनमें गुरु व शनि वक्री अवस्था में होंगे। महत्वपूर्ण बात यह भी है कि इस दिन स्वार्थ सिद्धि योग भी है और स्नानदान श्रावण अमावस्या का संयोग भी बन रहा है।


ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती सहित अन्य देवी देवताओं की पूजा-अर्चना करने से हर मनोकामना पूरी होती है और साथ ही श्राद्ध तर्पण करने से पित्तर भी तृप्त हो जाते हैं। इस दिन स्नान- दान करने का विशेष महत्व बताया गया है। आज के दिन अगर महिलाएं तुलसी की 108 परिक्रमा करती हैं तो उन्हें विशेष फल मिलता है। यह भी मान्यता है कि इस दिन पौधारोपण करने से कुंडली में ग्रह दोष शांत होते हैं और प्रकृति का भी विशेष आशीर्वाद मिलता है। कालसर्प दोष निवारण की पूजा करने के लिए भी इस दिन को बहुत खास माना जाता है। इस दिन पीपल के वृक्ष की पूजा का भी विधान है।

गुरमीत बेदी
gurmitbedi@gmail.com

Niyati Bhandari

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