Somvati Amavasya 2020: अपनी राशि अनुसार करें भोलेनाथ से जुड़े ये उपाय

Monday, Jul 20, 2020 - 11:48 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज 20 जुलाई श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की अमावस तिथि के दिन सोमवती अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। हालांकि इस बार कोरोना के कारण पावन तीर्थों पर जाकर स्नान कर पाना संभव नहीं होगा। मगर बता दें ऐसे में घर बैठे भी इसका काफी पुण्य प्राप्त किया जा सकता है। इससे पहले कि आप सोचने लगे कि कैसे, बता दें हम इसके बारे में जुड़ी तमाम जानकारी लाएं। लाल किताब और वास्तु के विशेषज्ञ आशु मल्होत्रा जी ने इस अमावस्या का महत्व बतातेे हुए राशि अनुसार किए जाने वाले उपाय भी सांझा किए हैं जो अगर आप करेेंगे तो आपको कई हद तक लाभ प्राप्त हो सकता है। तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ी खास जानकारी- 
स्कन्द पुराण के अनुसार सोमवार और अमावस्या का योग बहुत खास होता है। मान्यता है इस दिन शिव जी के दर्शन करने तथा पूजा आदि करने से विशेष महत्व होता है। विशेष तौर पर अगर इस दौरान सोमेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की जाए तो मान्यताओं के अनुसार करोड़ों यज्ञों के समान फल प्राप्त होता है। तो वहीं इस दिन तीर्थ स्थान में जप पाठ एवं ब्राह्मणों को भोजन तथा वस्त्र दक्षिणा आदि देने का भी अधिक महत्व है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार जो अमावस्या सोमवार, मंगलवार और बृहस्पतिवार के दिन पड़ती है उसे पुष्कर योग के नाम से जाना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस योग में स्नान, दान तथा सूर्य को अर्घ्य देने से पुण्य प्राप्ति होती है। अगर सिक्ख धर्म की बात करें तो इसमें भी सोमवती अमावस्या का अधिक महत्व है। ऐसी मान्यताएं हैं कि इस दिन श्री हरमंदिर साहिब, श्री कीरतपुर साहिब और श्री आंनदपुर साहिब में स्नान दान करने से लाभ प्राप्त होता है। 

राशि अनुसार करें ये उपाय-
मेष और वृक्षिक राशि वालों के कारक ग्रह मंगल हैं, आज शिव मंदिर में शहद, सिंदूर, बूंदी के लड्डू और गुड़ मिश्रित जल चढ़ाएं। 

वृष और तुला राशि वालों के कारक ग्रह शुक्र हैं, इनके लिए शिवलिंग पर दही, चंदन, चावल और मिश्री मिश्रित जल चढ़ाना लाभदायक होगा। 

मिथुन और कन्या राशि के कारक ग्रह बुध हैं, शिव मंदिर में पालक, मूलियां, पान के पत्ते, बेल के पत्ते, भांग तथा धतुरा चढ़ाएं। 

कर्क राशि के कारक ग्रह चंद्र है, इसलिए ये शिवलिंग पर गंगा जल, दूधं चांदी के सर्प और दूध से बनी मिठाई अर्पित करें। 

सिंह राशि के कारक ग्रह सूर्य हैं, आप लोग शिवलिंग पर गुड़ गन्ने का रस और तांबे के सर्प भेंट करें।

धनु और मीन राशि के कारक ग्रह बृहस्पति हैं, शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर हल्दी की गठियां, बेसन की मिठाई, केले और हल्दी मिश्रित जल चढ़ाएं।

मकर और कुंभ राशि के कारक ग्रह शनि हैं, काले तिल मिश्रित जल एवं बादाम और उड़द की दाल शिवलिंग पर चढ़ाएं। 

राहु भी बुध की तरह कन्या राशि के कारक हैं और केतु बृहस्पति की तरह मीन राशि के कारक हैं, ऐसे में शिव जी गंगा जल मिश्रित दूध चढ़ां।

उपरोक्त बताए गए सारे उपाय करने से नवग्रहों का शुभ फ़ल मिलेगा और सभी की मनोकामनाऐ पूरी होंगी।

लाल किताब और वास्तु ऐक्स्पर्ट
आशु मलहोत्रा
 

Jyoti

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