Som Pradosh Vrat: आज इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा, कुंडली का हर दोष होगा शांत

Monday, Nov 21, 2022 - 07:17 AM (IST)

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Som Pradosh Vrat November 2022: आज 21 नवंबर, सोमवार को मार्गशीर्ष माह का पहला प्रदोष व्रत है। सोम प्रदोष व्रत के प्रभाव से समस्त इच्छाएं पूरी होती हैं। जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष या ग्रह दोष है, उन्हें ये व्रत अवश्य करना चाहिए। इसके अतिरिक्त प्रदोष व्रत के दिन शिव पूजा करने वाले जातक को रोगों, कष्टों, पापों आदि से छुटकारा मिलता है।

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Shubh muhurat of Som Pradosh Vrat सोम प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त
मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ आज 21 नवंबर, सोमवार सुबह 10: 06 पर होगा और इसका समापन
22 नवंबर मंगलवार सुबह 08:48 पर होगा। प्रदोष व्रत की पूजा शाम के समय किए जाने का विधान है इसलिए 21 नवंबर की संध्या को पूजा करना उत्तम रहेगा। प्रदोष पूजा का शुभ मुहूर्त 21 नवंबर की सायं 5:24 से आरंभ होकर रात 08:05 तक रहेगा।

Som Pradosh Vrat shubh yog शुभ योग
आज सुबह से लेकर रात 09:06 तक आयुष्मान योग बन रहा है। धार्मिक मान्यताओं की मानें तो इस योग में पूजा करने वाले व्यक्ति को दोगुना पुण्य प्राप्त होता है।

Som Pradosh puja vidhi सोम प्रदोष की पूजा विधि
संध्या के समय स्नान आदि से निवृत होकर सफेद रंग के साफ-सुथरे कपड़े पहनें। घर के मंदिर में एक पाटा रखकर उस पर भगवान शिव और मां पार्वती का चित्रपट अथवा प्रतिमा स्थापित करें। फिर षोडशोपचार पूजन करें।

शिव मंदिर में जाकर गाय के दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल आदि से शिवलिंग का अभिषेक करें। इसके बाद श्वेत चंदन, बेलपत्र, मदार, पुष्प, भांग, आदि अर्पित करें। फल, सफेद रंग की मिठाई या खीर का भोग लगाकर बांट दें।

अंत में आरती अवश्य करें।

Som pradosh ke upay सोम प्रदोष के उपाय
बैंक बैलेंस बढ़ाने के लिए सवा किलो साबुत बासमती चावल शिव मंदिर में चढ़ाकर किसी जरूरतमंद को भेंट स्वरूप दे दें।

शुद्ध जल में दूध और गंगाजल डालकर शिवलिंग पर चढ़ाने से शरीर निरोगी रहता है।

सुबह-शाम शिवलिंग पर शुद्ध जल चढ़ाकर धूप-दीप दिखाने से फैमिली लाइफ में चल रही हर समस्या का नाश होता है।

मानसिक शांति के लिए एकाग्रचित होकर “ऊँ” शब्द का उच्चारण करें।

दुश्मनों पर विजय हासिल करने के लिए शिवलिंग पर ‘ऊं नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते हुए धतूरा अर्पित करें।

Niyati Bhandari

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