Solar Eclipse 2025: खतरनाक है 2025 का पहला सूर्य ग्रहण, धनु राशि पर ऐसा होगा असर
punjabkesari.in Tuesday, Jan 07, 2025 - 10:16 AM (IST)
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Solar Eclipse 2025: आज बात करेंगे सूर्य ग्रहण की। 2025 का पहला ग्रहण 29 मार्च को लगेगा, यह ग्रहण हालांकि भारत में नजर नहीं आएगा लेकिन इसका प्रभाव बहुत ज्यादा रह सकता है पूरी दुनिया के ऊपर। सूर्य ग्रहण 29 मार्च सुबह 8.50 मिनट पर शुरू होगा और 10.47 पर यह पीक पर होगा और 12.43 मिनट पर यह पीक पर होगा। यह लगभग 4 घंटे का ग्रहण है। उत्तरी अमेरिका, उत्तरी एशिया में वेस्ट अफ्रीका में और बाकी जो दूसरा कॉन्टिनेंट है कनाडा में इसका प्रभाव नजर आ सकता है। भारत में इसका प्रभाव नजर नहीं आएगा लिहाजा भारत में इसका सूतक नहीं लगेगा। भारत में ग्रहण शुरू होगा दोपहर 2:20 पर 06:01 पर तक शाम तक चलेगा। चूंकि ग्रहण भारत में नहीं लग रहा है इसलिए सूतक नहीं लगेगा, मंदिरों के कपाट बंद नहीं।
ग्रहण का प्रभाव कहां-कहां रहेगा ?
ग्रहण लग रहा है मीन राशि में उत्तराभाद्रपद, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में यह ग्रहण लगेगा। भारत का जो नॉर्थ पार्ट है जो क्योंकि मीन राशि नॉर्थ दिशा को रिप्रेजेंट करती है। नॉर्दर्न पार्ट ऑफ इंडिया या नॉर्दर्न पार्ट ऑफ वर्ल्ड डिस्टर्ब हो सकता है। नेपाल, रेगिस्तान, फ्रांस, वेस्टर्न यूरोप डिस्टर्ब हो सकता है। यहां पर मीन राशि में पूर्व भाद्रपद नक्षत्र में जब ग्रहण लगेगा तो ग्रहण के प्रभाव में सूर्य, बुध भी रहेंगे। सूर्य का तो ग्रहण लग रहा है, बुध भी ग्रहण के प्रभाव में रहेंगे। शनि यहां पर है ग्रहण के प्रभाव में नजर नहीं आते लेकिन डिग्री के हिसाब से शनि भी ग्रहण के प्रभाव में है। 29 मार्च रात को शनि का राशि परिवर्तन हो रहा है और सूर्य जहां पर बैठे हुए हैं वो शनि को अस्त कर रहे हैं इसलिए शनि भी डिग्री के लिहाज से ग्रहण के प्रभाव में है। ग्रहण के दौरान शनि अस्त रहेंगे, बुध अस्त रहेंगे चंद्रमा भी साथ रहेंगे तो चंद्रमा भी अस्त है। इसके अलावा बुध और शुक्र ग्रहण के समय वक्री भी है, जब इतने सारे ग्रहण एक साथ वक्री भी हो जाते हैं अस्त भी हो जाते हैं ग्रहण की भी स्थिति है तो निश्चित तौर पर यह दुनिया भर के लिए खतरनाक स्थिति हो सकती है। यह ऐसा इसलिए भी है क्योंकि 19 दिसंबर 2019 को एक ग्रहण लगा था सूर्य को और उस ग्रहण के दौरान छह ग्रह सूर्य ग्रहण के प्रभाव में आ गए थे। खास बात यह है कि उस समय गुरु भी ग्रहण के प्रभाव में थे, इस समय गुरु ग्रहण के प्रभाव में नहीं है गुरु थोड़े से बाहर नजर आ रहे हैं लेकिन गुरु पीड़ित हो जाएंगे। जब इस तरह के ग्रहण लगते हैं तो बहुत बड़े नेचुरल डिजास्टर की आशंका रहती है।
शास्त्र कहता है कि ग्रहण का प्रभाव अगले कम से कम 45 दिन के लिए रहता है लेकिन कुछ जगह पर यदि हम संहिता ज्योतिष पढ़ते हैं तो यह भी कहा गया है कि ग्रहण का प्रभाव एक ग्रहण से अगले ग्रहण तक रहता है, तो ग्रहण का प्रभाव डिपेंड करता है। मीन राशि में जब ग्रहण लगेगा तो सूर्य का गोचर यहां पर हो रहा होगा। मीन राशि में 14 अप्रैल को सूर्य राशि परिवर्तन कर जाएंगे। 14 अप्रैल को सूर्य आगे निकल जाएंगे ग्रहण के प्रभाव से निकल जाएंगे। सूर्य मेष में राशि में जाकर उच्च के हो जाएंगे लेकिन बुध यहीं पर रहेंगे। बुध राहु-केतु एक्सिस में भी रहेंगे और 7 मई को राशि बदलेंगे। उसके बाद राहु गोचर करेंगे, राहु और शनि की युति टूट जाएगी। शुक्र 31 मई को राशि परिवर्तन करेंगे फिर यह मीन राशि को थोड़ी सी राहत मिलेगी। 29 मार्च से लेकर 29 मई तक यह दो महीने का समय सारी राशियों के लिए सेंसिटिव है।
धनु राशि के जातकों के लिए यदि मेष लग्न की है तो 12वां भाव प्रभाव में आ जाएगा। यदि कन्या लग्न की है तो सातवां भाव प्रभाव में आ जाएगा। चौथे भाव में ग्रहण अच्छा नहीं है, यह सुख स्थान है यहां से प्रॉपर्टी देखी जाती है। सारे ग्रहों की दृष्टि आपके दशम भाव के ऊपर है, यह आपका कर्म भाव है। शनि भी यहां पर आ जाएंगे इसी रात को आ जाएंगे। यहां पर जब छह ग्रह इकट्ठे हो जाएंगे और आपके फोर्थ हाउस को देखेंगे तो फोर्थ हाउस आपका कर्म भाव है। यहां पर दो महीने के लिए आपका कारोबार डिस्टर्ब रह सकता है। आपकी नौकरी के ऊपर आपकी पोजीशन के ऊपर फर्क पड़ सकता है। हो सकता है कि कार्यस्थल पर आपको थोड़ी सी ज्यादा परेशानी हो क्योंकि कार्यस्थल पर आपके खिलाफ कोई न कोई एक्शन हो सकता है। 6 के छह ग्रह आपके लिए दशम भाव को पीड़ित कर रहे हैं। ये स्थिति काम के लिहाज से कारोबार के लिहाज से अच्छी नहीं है। कोई प्रॉपर्टी खरीदने की प्लानिंग है तो कोशिश करें मई के पहले खरीद लें। इसके बाद यदि आप खरीदते हैं तो हो सकता है वहां पर नुकसान हो जाए। डॉक्यूमेंट अपने पूरे रखिए, जब आप प्रॉपर्टी की डील करने जा रहे हैं क्योंकि यहां पर फोर्थ हाउस से संबंधित फल आपके लिए हानि कर जाएंगे। नाइंथ भाव आपका भाग्य स्थान है, यहां के स्वामी सूर्य ग्रहण के प्रभाव में रहेंगे। आपके लिए आय स्थान इसके स्वामी शुक्र है, वो ग्रहण के प्रभाव में रहेंगे। शनि भी यहां पर आ जाएंगे, आठ ग्रह इस केंद्र में रहेंगे तो केंद्रीय प्रभाव नेगेटिव हो जाएगा। मानसिक परेशानी आपको दे सकते हैं। यहां पर शनि आएंगे तो बहुत सारे ऐसे जातक हैं धनु राशि के जिनकी कुंडली में इस समय मंगल चल रहा है। 35 साल के ऊपर के लोगों के ऊपर मंगल चल रहा है। मंगल का इतने सारे ग्रहों के केंद्रीय प्रभाव में आना भी अच्छा नहीं है, दुर्घटना मंगल, केतु से देखी जाती है। कोशिश करें वाहन भी धीमे चलाएं। यहां पर दुर्घटना भी हो सकती है। धनु राशि के जातकों के ऊपर ग्रहण का प्रभाव नेगेटिव रहने वाला है।
सूर्य देव के बुरे प्रभाव से बचने के लिए करें ये उपाय-
सूर्य देव को जल अर्पित करें।
सूर्य देव से जुड़ा दान दें।
यदि आपका लग्न धनु है या मीन है तो गुरु की रेमेडी जरूर करें।
नरेश कुमार
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