Smile Please: क्या आप भी रास्ता भटक गए हैं ? ये विचार आपका जीवन बदल सकते हैं
punjabkesari.in Monday, Aug 11, 2025 - 09:29 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Smile Please: खुश रहो, खुशियां बांटो, पड़ोसी-पड़ोसी मिल-जुल कर प्यार से रहो, आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा। ऐसा सोचना छोड़ दें कि पड़ोसी मेरी तरफ देख कर हंसता है, मेरी तरफ देखकर खांसता है। ऐसी घटिया सोच को छोड़ें। पड़ोसी मिलकर रहेंगे तो आयु लम्बी होगी, खुश रहोगे तो सारा दिन काम करने में मन लगा रहेगा। विचार ऊंचे रखो। अपनी सोच बदलो। -राष्ट्र संत चंद्र प्रभ
की हुई मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। हिसार की बेटी सिमरन को माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी में 55 लाख का सालाना पैकेज मिला। पिता कबाड़ के बदले बर्तन बेचते हैं। मेहनत अपना रंग जरूर दिखाती है। जो भी करो खुश होकर मन से करो, सफलता मिलेगी।
जितना सीख सकते हो सीखो, समय फिर दोबारा हाथ नहीं आएगा। अपने पर भरोसा रखो। काम करने का मौका मिले तो पूरा लाभ उठाओ। खुद को बेहतर बनाओ। आज रास्ता नहीं मिल रहा। हर चीज अधूरी लग रही है। आपको कामयाबी तब मिलेगी, जब अपने अंदर की आवाज को पहचानोगे।
हिमाचल के एक ढाबे पर बोर्ड लटका देखा। उस पर लिखा था - ‘आपके पास यदि फालतू थाली के लिए पैसे हैं तो जमा करवा जाओ।’ ढाबे वाला जितने पैसे आते बोर्ड पर लिख देता था ताकि लाचार आदमी आकर मुफ्त में खाना खा जाएं। भक्ति मनुष्य को दानवीर बनाती है।
अर्जुन भगवान श्री कृष्ण से कहता है ‘मैं तो सोया हुआ था, आपने मुझे आकर जगा दिया है।’ आत्मा शरीर को उसी तरह बदलती रहती है, जैसे हम अपने कपड़े बदलते हैं। श्री कृष्ण, अर्जुन को कहते हैं कि मृत्यु तो मौसम की तरह है। वह अर्जुन को समझा रहे हैं कि तू पहले भी था, आगे भी होगा। मौसम की तरह शरीर बदलते रहते हैं।
किसी की निंदा-चुगली न सुनें न ही करें। उपवास के दिन तो कभी भी आलोचना नहीं करना। जो कर्म करोगे, उसका फल भोगना ही पड़ेगा। कर्म भोग से आज तक न कोई बचा है और न ही बचेगा। ध्यान पर बैठो तो अपने से पूछो, मैं कौन हूं कहां से आया हूं और कहां जाऊंगा। -राष्ट्र संत ललित प्रभ