Smile please: फिर परमपिता को मिलने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा

Saturday, Aug 19, 2023 - 09:40 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

पत्थर एक बार मंदिर जाता है तो वह भगवान बन जाता है। इंसान रोज मंदिर जाता है, फिर भी वह नहीं बदला। दुनिया कितनी बदल गई है। शराब बेचने वाले को कहीं जाना नहीं पड़ता, दूध बेचने वाले को गली-गली में जाना पड़ता है। दुनिया में सबसे अच्छा काम है माता-पिता के चेहरे पर मुस्कुराहट लाना। रास्ते वही चुनें जिसमें सबका भला हो और आप के मन को शांति प्राप्त हो। —संत सुभाष शास्त्री



घर से चलते समय यदि किसी ने छींक मार दी या आपका रास्ता बिल्ली काट गई है तो मन में कोई वहम-भम्र न करें, आप मुख से श्री नारायण बोल कर अपने काम पर चले जाएं। प्रभु कृपा से सब अच्छा ही होगा। —पं. राजकुमार शर्मा

आप परमेश्वर को मिलने की इच्छा मन में रखते हो तो बुराइयों को मन से त्याग दो। फिर परमपिता को मिलने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।  —स्वामी अखंडानंद गिरी

उम्मीद को आकाश की उंचाइयों तक पहुंचा दें। नाउम्मीद के लिए दरवाजे बंद कर दें। ईश्वर ने जो दिया है, उसी का शुक्रिया अदा करो। किसी की मदद कर सकते हो तो दिल खोल कर करो। ईश्वर तुम्हें माला-माल कर देगा। —गुरु महात्रया

भारतीय नारी ईंटों की तरह भट्ठी में जलती रहती है, पर किसी से अपने दुखों का बखान नहीं करती। भगवान शिव ने सती को त्याग दिया। सती अंदर से बहुत दुखी थी पर किसी से अपने दिल की पीड़ा नहीं बताती थी। आचार्य रत्नेश  —



दूध का पानी से बड़ा प्रेम है। पचास रुपए किलो बिकने वाला दूध पानी को भी पचास रुपए किलो बिकवा देता है। मगर यह प्रेम तब तक ही कायम रहता है जब तक इनमें खटास नहीं पड़ती। दूध को आग पर रखते हैं तो पानी पहले जल कर अपनी दोस्ती अदा कर देता है। —आचार्य रत्नेश

अपने आप पर काबू रखना अच्छे इंसानों की पहचान है। शांत रहें, जब हम अपना आपा खो देते हैं तो हालात हाथ से निकल जाते हैं। इंसान से जिंदगी में कई गलतियां जल्दबाजी में फैसले लेने से हो जाती हैं, जिसके लिए बाद में पछतावा होता है।  
—नेल्सन मंडेला

Niyati Bhandari

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