अज्ञात डर के कारण रातों की नींद गायब हो गई, वीरान जिंदगी में लाएं बहार

Friday, Mar 17, 2017 - 10:20 AM (IST)

एक व्यक्ति कहीं जा रहा था। उसे हार्ट अटैक आ गया लेकिन वह बच गया। इस घटना के बाद उसे हर बात से डर लगने लगा। वह मनोवैज्ञानिक के पास गया और बोला, ‘‘अज्ञात भयों के कारण मेरे जीवन में आनंद नहीं रह गया है। हर समय डर में जी रहा हूं।’’ 


यह सुनकर मनोवैज्ञानिक बोले, ‘‘मैं अपने जीवन का एक प्रसंग सुनाता हूं। मुझे पढऩे का बहुत शौक है और मेरे पास ऐसी बहुत-सी किताबें हैं जिनसे मुझे बहुत प्यार है लेकिन एक दिन घर में एक चूहा आ गया जो मेरी किताबें चोरी से कुतर देता। मैंने बहुत उपाय किए लेकिन चूहे को नहीं भगा पाया। मेरी रातों की नींद गायब हो गई।’’ 


थोड़ा रुककर वह बोला, ‘‘इससे पहले कि वह छोटा-सा चूहा मेरे मन में दानव का आकार ले लेता, मैंने जरूरी किताबें मजबूत अलमारी में बंद कर दीं और फालतू चूहे के लिए छोड़ दीं। इस तरह मैं अपने डर से मुक्त हो गया। वर्ना मेरा डर अभी तक राक्षस बन गया होता।’’ 


समस्या जब छोटी हो, उसी समय उसे धैर्य और समझदारी से सुलझा लेना चाहिए। बाद में वही समस्या बड़ी हो जाती है और आपकी तमाम परेशानियों की वजह बनती है।

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