सिंदूर खेला में छाई भक्ति, पंडालों से विदा हुईं मां दुर्गा

Thursday, Oct 06, 2022 - 11:29 AM (IST)

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नई दिल्ली:
नवरात्रि की दशमी के दिन मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए दुर्गा पूजा पंडालों में सिंदूर खेला का आयोजन किया गया। सीआर पार्क, आराम बाग, द्वारका सहित अन्य इलाकों में दुर्गा मां को विदाई दी गई। सीआर पार्क में जमकर सिंदूर खेला का आयोजन हुआ। इस क्षेत्र को मिनी बंगाल कहते हैं। यहां पर बड़ी संख्या में दुर्गा पूजा समितियां पूजा पंडाल सजाती हैं। निरंतर नौ दिनों तक यहां मां की पूजा पूरे विधि-विधान से होती है। दशमी पर यहां मां को विदा किया गया। कृत्रिम सरोवरों में मां की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। विसर्जन से पहले महिलाओं द्वारा जमकर सिंदूर खेला किया गया। मान्यता के अनुसार दुर्गा पूजा के समय मां 10 दिनों के लिए अपने मायके आती हैं। ऐसे में लोग जगह-जगह पंडाल लगाकर उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। 

आस्थावान 9 दिनों तक मां दुर्गा की खूब सेवा करते हैं और फिर 10वें दिन लोग उन्हें सजा धजाकर, सिंदूर लगाकर ससुराल के लिए विदा करते हैं। इस दिन शादीशुदा औरतों में सिंदूर खेलने की परंपरा है। ऐसा माना जाता है कि सिंदूर खेलने से सुहाग की आयु लंबी होती है। नवविवाहिताओं में सिंदूर खेला की विशेष परंपरा है। इस मान्यता के अनुसार सिंदूर खेलने के लिए लोग दूर-दूर से पूजा पंडाल पहुंचते हैं। पंडाल में मां को सजाने के बाद मिठाई का भोग लगाकर लोगों और श्रद्धालुओं में बांटा जाता है। इसके बाद शादीशुदा औरतें आपस में सिंदूर खेलती हैं। सिंदूर खेलने के बाद मां दुर्गा को विसर्जन के लिए ले जाया जाता है। इस दौरान लोग जमकर नाचते-झूमते हैं और मां दुर्गा को विदाई देते हैं। साथ ही अगले साल फिर से आने की प्रार्थना करते हैं।

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अगले साल फिर से आने की प्रार्थना की, प्रतिमाओं का कृत्रिम सरोवरों में किया विसर्जन
मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन कृत्रिम सरोवरों में किया गया। यमुना में प्रदूषण नहीं हो इसको ध्यान में रखते हुए विसर्जन पर रोक लगाई गई थी। दिल्ली सरकार की तरफ से राजधानी में कई जगह विशेष रूप से सीआर पार्क में कृत्रिम सरोवर बनाए गए थे। विसर्जन यात्रा निकालकर भक्तों ने मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया। भक्त ढोल की थाप पर नाचते-गाते हुए सरोवर तक पहुंचे और नम आंखों से मां दुर्गा को विदा किया। देर रात तक मूर्ति विसर्जन का क्रम चलता रहा। कृत्रिम सरोवरों के निकट बिजली की व्यवस्था की गई थी। मूर्ति विसर्जन के बाद कृत्रिम तालाबों को भरने की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग व डीडीए की है। वहीं जिन पार्कों में तालाब बनाए गए हैं उन्हें दुबारा साफ-सफाई कर स्वच्छ बनाने का काम निगम करेगा। सीआर पार्क के साथ चिराग दिल्ली और अन्य इलाकों में कृत्रिम सरोवर बनाए गए थे।

Jyoti

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