जीवन में सुख और शांति महसूस करने का सरल तरीका

Friday, Feb 16, 2024 - 09:01 AM (IST)

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Inner peace and happiness: मनुष्य के जीवन में तीन बातें हैं - शोक, मोह और भय। शोक इसलिए कि आनंद नहीं है, मोह इसलिए कि सुख नहीं है और भय इसलिए कि शांति नहीं है। तुम चाहते हो आनंद, सुख-शांति और ये तीनों स्थायी हों तो शोक, मोह, भय को छोड़ो। ईश्वर हम सभी के हृदय में है पर हमारा अहंकार उन्हें प्रकट नहीं होने देता। अहंकार को त्यागना है क्योंकि मन की ऐसी स्थिति में मनुष्य सोचने लगता है कि सब मेरा है। यह विनाश का मूल है।

पुण्य और पाप कर्म दोनों ही बांधते हैं। एक लोहे की जंजीर है तो एक सोने की। लोहे की जंजीर से छुटकारा पाने का मन भी करता है लेकिन अगर जंजीर सोने की हो, तो छूटने का मन नहीं करेगा। पाप कर्म बंधन है तो पुण्य कर्म भी बंधन है।

जब तुम सुख में होते हो तो इसमें एक इच्छा होती है। फिर मन करता है कि अब यह परिस्थिति बनी रहे। हमेशा सुख बना रहे। यह कामना जब मन में उत्पन्न होती है तो हम भूल जाते हैं कि परिस्थिति परिवर्तनशील होती है। कोई भी परिस्थिति कायम नहीं रहती। कभी राजा, कभी रंक, कभी बहुत कुछ, कभी कुछ भी नहीं।

इस बात को मन में बैठा लोगे तो जीवन में सुख और शांति महसूस करना सरल हो जाएगा।

Niyati Bhandari

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