दिन में तीन बार स्वरूप बदलती हैं मां, नवरात्रि के ख़ास मौके पर करें दर्शन

Sunday, Oct 18, 2020 - 05:52 PM (IST)

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नवरात्रि प्रांरभ होते ही हर जगह देवी दुर्गा की आराधना शुरू हो जाती है। इसी बीच आपको बताने वाले हैं सिद्धि मां कालिका माता मंदिर के बारें में। जी हां, अति प्राचीन एवं सिद्ध कालिका माता मंदिर का दरबार एक बार पुनः कोविड-19 के नियमों के अंतर्गत सज गया है। सबकी मनोकामना पूर्ण करने वाली माता के दरबार में तड़के से ही भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था।

तथा माता बहने एवं पुरुष लंबी लाइनों में खड़े देखे गए इस बार कोविड-19 के नियमों के चलते भक्तों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है तथा मंदिर प्रशासन के द्वारा विशेष व्यवस्था की गई है। इस बार भक्तों को माता के दर्शन गर्भगृह से नही होंगे उल्लेखनीय है कि रतलाम का कालिका माता मंदिर अति प्राचीन मंदिरों कर एक सिद्ध पीठ माना जाता है। तथा कहा जाता है कि यहां माता सुबह दोपहर और शाम को तीन अलग-अलग रूपों में दर्शन देती हैं तथा कभी भी यहां से भक्त निराश होकर नहीं लौटते एवं उनकी सभी मनोकामनाएं यहां पर पूरी होती हैं।

इस बार माता के प्रांगण में लगने वाला भव्य कालिका माता मेला कोविड-19 के चलते निरस्त रखा गया है तो वही प्रांगण में होने वाले भव्य गरबे भी इस बार नहीं होंगे परंपरा खंडित ना हो तथा नियम बना रहे इसके लिए कुल बाईस अराधिकाओ द्वारा गरबा किया जाएगा एक समय में 11 आराधिकाओं द्वारा गरबा किया जाएगा इस दौरान गरबा स्थल पर पर्दा लगाया जाएगा जिससे देखने वालों की भीड़ ना उमड़े प्रतिवर्ष अनुसार कालिका माता मंदिर को भव्य विद्युत सज्जा से सजाया जाता है परंतु इस बार इसका अभाव देखने में आ रहा है जिसका आम जनता खुलकर विरोध कर रही है तथा उनमें आक्रोश व्याप्त है इसका सोशल मीडिया पर भी काफी विरोध हुआ भक्तों का मानना है विद्युत सज्जा और कोविड-19 का कोई लेना देना नहीं है यह एक बहुत बड़ी लापरवाही है।

Jyoti

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