ये मंत्र दिलाएंगे पूरी श्रीमद् भागवत गीता का फल

Tuesday, Jun 04, 2019 - 12:01 PM (IST)

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हिंदू धर्म में सभी धार्मिक ग्रंथों को बहुत ही पवित्र माना गया है। उन्हीं ग्रंथों में से एक है श्रीमद भगवद गीता, जिसका पाठ करने से व्यक्ति के सारे दुख-दर्द ठीक हो जाती हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि इसके अध्यायों का पाठ करने से जीवन की कई सारी परेशानियों से छुटकारा मिलता है। ऐसा भी माना जाता है कि अगर किसी व्यक्ति को किसी समस्या का समाधान नहीं मिल रहा हो तो मद भगवद गीता के अध्यायों का पाठ कर लेने से उस समस्या का हल जरूर मिलता है। लेकिन आज के समय की अगर बात करें तो इतना समय किसी के पास नहीं कि वह गीता पढ़ या सुन सके। तो इसके लिए आज हम आपको गीता में से ही 4 ऐसे मंत्रों के बारे में बताएंगे जिसे पढ़कर आपको पूरी श्रीमद्भागवत पढ़ने का फल मिलता है। तो आइए जानते हैं वो मंत्र-

भगवत गीता सार

अहमेवासमेवाग्रे नान्यद यत् सदसत परम।
पश्चादहं यदेतच्च यो वशिष्येत सो स्म्यहम।।

ऋते र्थं यत् प्रतीयेत न प्रतीयेत चात्मनि।
तद्विद्यादात्मनो माया यथा भासो यथा तम:।।

यथा महान्ति भूतानि भूतेषूच्चावचेष्वनु।
प्रविष्टान्यप्रविष्टानि तथा तेषु न तेष्वहम।।

एतावदेव जिज्ञास्यं तत्त्वजिज्ञासुनात्मन:।
अन्वयव्यतिरेकाभ्यां यत् स्यात् सर्वत्र सर्वदा।।

कहते हैं कि इन मंत्रों को रोजाना पढ़ना चाहिए। इससे आपको पूरी श्रीमद्भागवत पढ़ने का फल मिलेगा और इसके साथ आपको आपकी परेशानियों का हल मिलेगा। 

Lata

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