Foreign जाने के लिए कर रहे हैं जो तोड़ मेहनत तो 1 बार जरूर जाएं इस मंदिर

Friday, Dec 24, 2021 - 10:58 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
वर्तमान समय की बात करें तो आज के समय में लोगों को अपना देश, अपनी संस्कृति कुछ नहीं भाता। लोग विदेशी दुनिया के तौर तरीकों को अपनाने से चक्कर में विदेश जाने के लिए हाथ पैर मारने लगे हैं। परंतु विदेशों में जाकर सैटल होना इतना भी आसान नहीं है जितना कहने और सुनने में दिखाई देता है। इसके लिए लोग ना जाने वीज़ा ऑफिस के कितने चक्कर लगाते हैं। परंतु क्या आपको पता है गुजरात में एक ऐसी जगह है जिसे सभी वीज़ा ऑफिसेस का हेज ऑफिस माना जाता है, जहां जाने वाला प्रत्येक व्यक्ति अपनी विदेश में जाने की अर्जी लगवाकर आता है तो कभी निराश नहीं होता है। 

आप यकीनन सोच रहे होंगे कि भला ऐसा कौन सा हेड ऑफिस है? तो आपको बता दें हम बात कर रहे हैं भारत के अहमदाबाद शहर में एक ऐसा अनोखा मंदिर जहां लोग जीवन की खुशियां या पैसा मांगने नहीं जाते। बल्कि वहां जाते हैं वीज़ा अप्रूब कराने। ताकि विदेश जाकर ऐशो-आराम की ज़िंदगी गुजार सकें। हम बात कर रहे हैं वीजा बालाजी मंदिर के बारे में। जहां हर धर्म के लोग जाते हैं और भगवान के आगे एक खास प्रार्थना करते हैं। वो प्रार्थना है वीज़ा अप्रूब कराने की प्रार्थना और भगवान भी मना नहीं करते। तुरंत उनकी विश पूरी कर देते हैं। 

अगर यकीन नहीं हो रहा है तो आज़मा कर देख लीजिए। शायद इसी बहानी विदेश घूमने का मौका मिल जाए। वो कहते हैं न भगवान की लीला तो अपरंपार है। तो बस यहां पर भगवान दिखा देते हैं अपना चमत्कार। इसलिए तो लंबे समय से रुके वीज़े का काम मंदिर में मौजूद बजरंगबली की कृपा से झट से हो जाता है। और विदेश जाने की हनुमान जी के भक्त की सभी रुकावटें भी दूर हो जाती हैं। हनुमान जी के इस वीजा वाले अनोखे मंदिर को लोग चरण मंदिर के नाम से जानते हैं।

इस मंदिर में जाने वाले भक्तों का मानना है कि वीज़ा के लिए ‌ऑफिस में चक्कर काटने से बेहतर है कि बजरंगबली की सच्चे मन से आराधना की जाए और उनकी कृपा से खुशी-खुशी विदेश की सैर की जाए। मंदिर में दूर-दराज से भक्तआ आते हैं और अपने व अपने परिवार के लिए विदेशी वीजा की अर्जी लगाते हैं। बड़ी संख्यार में लोगों ने यहां अपनी मन्नतत पूरी की है।

मंदिर के पास ही रहने वालों का कहना है कि उन्होंने लोगों की मन्नतों को पूरा होते भी देखा है। लोगों के चेहरे पर उनके वीज़ा के अप्रूबल की खुशी झलकती है। लेकिन अपने वीज़ा को अप्रूबल कराने के लिए। 

दरअसल 1980 में कुछ कॉलेज के लड़के चिल्कुर बालाजी मंदिर आए और 11 परिक्रमा लगाकर हाईयर स्टीडिस के लिए वीज़ा अप्रूब कराने की मन्नत मांगी। और पता है उनकी ये मन्नत पूरी हो भी गई। जिसके बाद वे बालाजी महाराज का शुक्रिया अदा करने के लिए मंदिर के 108 परिक्रमा लगाए और मंदिर को नाम दे दिया वीज़ा बालाजी। इस तरह से इस मंदिर का नाम पड़ा वीज़ा बालाजी।

आपका वीज़ा कभी रिजेक्ट न हो इसके लिए इस मंदिर में पूजा करने की एक खास विधि भी बताई गई है। इसके तहत सबसे पहले भक्तों को मंदिर की परिक्रमा करनी होती है। भक्त परिक्रमा के दौरान अपने हाथ में एक कागज लिए होते हैं जिस पर परिक्रमा की संख्या दर्ज की जाती है। साथ ही हाथ में पासपोर्ट बी लिए रहते हैं। तभी तो इस मंदिर में आने-जाने वाले हर किसी के हाथ में पासपोर्ट देखने को मिलता है। और मन में इस पासपोर्ट पर अप्रूब लिखे होने की तमन्ना भी रहती है। परिक्रमा के बाद भक्त भगवान वेंकटेश्वर के सामने अपना पासपोर्ट रखकर वीजा मिल जाने की इच्छा प्रकट करते है।

बताया जाता है इस स्पेशल मंदिर में भगवान वेंकेटेश्वर की पूजा की जाती है। यहां की लोकप्रियता इतनी बढ़ती जा रही है कि यहां पर आने वाले वीजा कैंडिडेट्स की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है। वीजा बालाजी मंदिर में केवल हिंदू धर्म के लोग ही नहीं बल्कि अन्य सभी धर्मों के वीजा कैंडिडेट्स यहां पर आते हैं। तो अगर आपके भी मन में ऐसी कोई विदेश जाने की इच्छा है तो फौरन वीज़ा बालाजी मंदिर पहुंच जाएं और अपनी इस इच्छा को पूरा कर लें। 


 

Jyoti

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