Periods के दौरान व्रत करना चाहिए या नहीं

Wednesday, Apr 10, 2024 - 07:00 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Fasting During Periods- जैसा की सब जानते हैं हिंदू धर्म में महिलाओं को पीरियड्स के दौरान पूजा-पाठ करना मना किया जाता है। ऐसे में अक्सर महिलाओं के मन में एक सवाल उठता है कि जो शक्ति एक महिला को सृजन करने की क्षमता देती हो, वो आखिरकार अपवित्र क्यों मानी जाती है ? हालांकि इसे लेकर धार्मिक शास्त्रों में भी वर्णन है लेकिन अब जैसे कि नवरात्रि चल रही हैं। इस बीच बहुत सी महिलाएं पूरी श्रद्धा के साथ व्रत करती हैं। ऐसे में अगर उसे अचानक पीरियड आ जाएं तो वो क्या करें, क्या ऐसी स्थिति में उसका व्रत मान्य होगा या नहीं ? इस तरह के सवाल अगर आपको भी परेशान करते हैं जो आईए जानें शास्त्रों से संबंधित कुछ बातें-


सबसे पहले आपको बता दें, अगर आपको व्रत रखने से पहले ही मासिक धर्म आ गए हैं तो इस अवस्था में व्रत न रखना ही अनिवार्य होगा।

अगर आपने व्रत रख लिया है और व्रत के दौरान आपको पीरियड आएं हैं तो ऐसे में आपको व्रत भंग करने की तो कोई जरुरत नहीं है। मासिक धर्म के समय महिलाओं को पूजा-पाठ इत्यादि करने से मना किया जाता है। आप बाकियों से दूरी बनाकर सभी नियमों का पालन कर सकती हैं। पूजा-पाठ से दूरी बनाकर अन्य नियमों का ठीक वैसे ही पालन करें जैसे कि सामान्य दिनों में करती हैं। इससे भी आपको व्रत का उतना ही फल मिलेगा। ये प्रकृति का चक्र है, इसमें इंसान का कोई हाथ नहीं और न ही इसमें कुछ गलत है।

इलके अलावा जिन महिलाओं को मासिक धर्म की समस्‍या आती है वे व्रत करने के साथ दुर्गा सप्‍तशती का पाठ भी मन ही मन कर सकती हैं। अगर आपको यह पाठ याद नहीं है तो आप अपने मोबाइल में इंटरनेट के माध्‍यम ये यह पाठ देखकर कर सकती हैं।किसी एकांत स्‍थान पर बैठकर आप चाहें तो यह पाठ कर सकती हैं। ध्‍यान रखें कि यह पाठ आपको स्‍नान के बाद स्‍वच्‍छ वस्‍त्र धारण करके ही करना चाहिए।


अगर आप व्रत करने का संकल्‍प ले चुकी हैं और आपको पहले ही पीरियड आ जाते हैं ऐसे में स्‍वयं न करें। इसकी बजाए घर के किसी अन्‍य व्‍यक्ति से पूजा करवा सकती हैं। दुर्गा सप्‍तशती का पाठ करने और सुनने से आपको व्रत का पूर्ण फल प्राप्‍त होता है।

किसी भी कार्य या ईश्वर के प्रति आस्था इंसान के मन और विचारों से जुड़ी होती है, शरीर तो महज एक जरिया है इसीलिए पूरी मन और श्रद्धा से माहवारी के दिनों में भी आप अपनी परंपराओं को बरकरार रखकर सभी नियम कानूनों का पालन कर सकती हैं।

Niyati Bhandari

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