ये एक स्तोत्र क्या वाकई घर में लक्ष्मी लाता है?

Monday, Jan 07, 2019 - 03:03 PM (IST)

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शिवपुराण में शिव जी के कई मंत्र आदि बताए गए हैं, जिनका जाप करने से कई तरह के फायदे प्रदान होते हैं। आज हम आपको शिव तांडव स्तोत्र के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके बारे में ज्यादातर लोगों को ये पता होगा कि इसका संबंध रावण से है। लेकिन बहुत कम लोग होंगे जिन्हें ये पता होगा कि इसके पाठ से लक्ष्मी की प्राप्ति होती। आमतौर पर धन संपत्ति आदि के लिए लोग महालक्ष्मी और कुबेर की पूजा करते हैं, क्योंकि लक्ष्मी को धन की देवी कहा गया है और कुबेर तो है ही धन के देवता। पंरतु बहुत कम लोग जानते होंगे कि शिव तांडव स्तोत्र के जाप से पैसों से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं और धन आगमन के कई रास्ते बनते हैं। 

लगभग लोग शिव जी की पूजा रोग मुक्त, संकटों से रक्षा और मृत्यु से बचाव के लिए करते हैं। क्योंकि वो ये नहीं जानते कि भगवान शिव जीवनरक्षक तो हैं ही, उनसे बड़ा धन प्रदायक कोई दूसरा नहीं है। हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि भोलेनाथ एक मात्र ऐसे देव हैं जो जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं, इनकी पूजा में किसी तरह के आडंबर की कोई आवश्यकता नहीं होती। वे सामान्य से जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं। परंतु फिर भी लोग अपनी अलग-अलग मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए अनेक तरह के पदार्थों से उनका अभिषेक आदि करते हैं। आइए जानते हैं आज रावणकृत शिव तांडव स्तोत्र के बारे में। कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस स्तोत्र का रोज़ाना पाठ करता है वहां लक्ष्मी का स्थायी वास होता है यानि उसके घर में धन की कभी कोई कमी नहीं होती। कुछ पौराणिक मान्यताओं के अनुसार रावण ने भी इसी स्तोत्र से भगवान शिव को प्रसन्न करके सोने की लंका हासिल की थी। 

शिव तांडव स्तोत्र-
शिव तांडव स्तोत्र के नियमित पाठ करने से समस्त सुख, धन, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही व्यक्ति को भौतिक जीवन में कोई अभाव नहीं रहता। ज्योतिष का कहना है कि हर व्यक्ति को खासकर गृहस्थ व्यक्ति को शिव तांडव स्तोत्र का पाठ प्रतिदिन करना चाहिए। इससे गृहस्थ जीवन सुखमय होता है, परिवार में खुशहाली और समृद्धि आती है। इसके साथ ही दांपत्य जीवन में प्रेम और आपसी समझ विकसित होती है। इसलिए कहा जाता है कि पति-पत्नी दोनों को इसका पाठ करना चाहिए।

51 दिनों तक शिव तांडव स्तोत्र-
कहा जाता है कि जो भी इंसान शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करता है उसे अपने आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है। साथ ही कर्ज़ से छुटकारा मिलता है।

जिनके विवाह में किसी प्रकार की ग्रह बाधा आ रही हो अगर वे लगातार 51 दिनों तक शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें तो इससे जल्दी उनके शादी में आ रही रूकावटें दूर हो जाती हैं।

व्यापार व्यवसाय में हानि हो रही हो, बिज़नेस ठीक से नहीं चल पा रहा हो, नौकरी में तरक्की नहीं हो पा रही हो तो शिव तांडव स्तोत्र के पांच पाठ 41 दिन तक करने से जीवन में अच्छे बदलाव आने लगते हैं। 

शत्रु बाधा निवारण, मुकदमों में जीत और हर काम में जीत पाने के लिए इस स्तोत्र को शाम के समय 31 दिन तक पढ़ने से लाभ मिलता है।

जब स्तोत्र कंठस्थ हो जाए तो आंखें बंद करके अपने दोनों नेत्रों के मध्य में ध्यान लगाएं।

पाठ करते समय आचरण और विचारों की शुद्धता रखें।

पाठ करते वक्त शुद्ध, साफ, धुले हुए कपड़े पहनें।
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Jyoti

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