महाभारत काल का 5500 साल पुराना शिव मंदिर, कुरुक्षेत्र जाते समय पांडवों ने किया था यहां विश्राम

Sunday, Mar 10, 2024 - 10:09 AM (IST)

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Shiv Mandir Bhatauli: देशभर में महाशिवरात्रि की धूम देखने को मिल रही है। यमुनानगर के गांव भटोली के प्राचीन स्वयंभू प्राचीन शिव मंदिर में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि शिवरात्रि के मौके पर 4 महीने पहले ही मंदिर में तैयारियां शुरू हो जाती है। मंदिर का इतिहास करीब 5500 साल पुराना है और कांगडा के कुरुक्षेत्र जाते समय पांडव यहां ठहरे थे। इस मंदिर में ऋषि मुनियों की समाधि भी है। 

 महाशिवरात्रि को लेकर मंदिर पूरी तरह से सज चुके हैं। मंदिरों में साफ सफाई का काम जारी है।  इस दिन मंदिरों के बाहर मेले भी लगाए जाते हैं।  यमुनानगर के गांव भटोली में 5500 साल पुराना मंदिर है जो महाभारत काल का है। इस मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व कुछ अलग तरीके से मनाया जाता है। इस मंदिर की तैयारियां महाशिवरात्रि से 4 महीने पहले शुरू हो जाती हैं। वीरवार को महाशिवरात्रि का पर्व था और इस मौके पर बहुत से श्रद्धालु मंदिर माथा टेकने पहुंचें। मंदिर के एक बड़े हॉल में फूलों को बिछाया गया है। मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्दालु संजीव और अमित का कहना है कि इस मंदिर की बहुत मान्यता है। 

मंदिर में सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। मंदिर के चारों तरफ लाइटिंग की पूरी व्यवस्था की गई है। मंदिर की बाहर से पूरी तरह सजाया गया है। मंदिर के आचार्य जितेंद्र शास्त्री का कहना है कि ये मंदिर बहुत पुराना है। इसका मंदिर का संबंध महाभारत काल से जुड़ा है उन्होंने बताया कि कांगड़ा से कुरुक्षेत्र जाते समय पांडव यहां ठहरे थे। मंदिर के अंदर एक शिवलिंग है जिसके बाद यहां भगवान शिव प्रकट हुए थे। उस वक्त से यहां पूजा होती आ रही है.दूर-दूर से लोग यहां शिवजी के दर्शन करने आते हैं और जो मन्नतें लोग मांगते हैं वो पूरी भी होती है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि यहां 5 ऋषि मुनियों की समाधि भी है। 

मंदिर का मान्यता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां न सिर्फ हरियाणा से बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु आते हैं।

Prachi Sharma

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