Shardiye Navratri 2020: कोरोना के चलते सामाजिक दूरी के साथ होंगे मंदिरों में मां के दर्शन

Thursday, Oct 15, 2020 - 07:44 PM (IST)

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देश क्या पूरी दुनिया में कोरोना का ऐसा कहर छाया है कि इसने न केवल लोगों की जिंदगी बदल दी बल्कि इसने देश दुनिया के लोगों पर अपने ऐसी मार मारी कि लोगों को रहन-सहन बिल्कुल बदल गया। फिर चाहे बात कारोबार की हो, शिक्षा की या फिर पूजा-अर्चना की। जी हां, कोरोना के चलते न केवल लोगों को घर से निकलना बंद हुआ था बल्कि उनके आराध्य देवी-देवताओं के तमाम मंदिर व तीर्थ स्थल आदि बंद हो गए थे। हालांकि अनलॉक के बाद धीरे-धीरे लगभग कई मंदिर खोल दिए गए परंतु इस दौरान आने वाले कई प्रमुख त्यौहार आदि हर साल की तरह नहीं मनाए गए। जिससे लोगों का मन काफी आहत हुआ। इसी बीच अब शारदीय नवरात्रि आ चुके हैं। जिस दौरान देवी दुर्गा की आराधना करने के लिए लोग उत्सुक हैं। मगर आपको बता दें कोरोना का कहर इस साल के शारदीय नवरात्रों पर भी खूब पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। जी हां, आपको बता दें सूत्रों के हवालें से आई खबरों के अनुसार कोरोना के चलते सामाजिक दूरी के नियमों को ध्यान में रखते हुए ही लोग इस बार देवी मां के दर्शन कर पाएंगे। तो कुछ मंदिर तो ऐसे भी हैं जहां श्रद्धालुओं के लिए मंदिर कपाट बंद कर दिए जाएंगे ताकि कोरोना के बढ़ती संख्या को रोकने में कुछ हद तक योगदान शामिल किया जा सकता है। चलिए जानते हैं देश के कौन से प्रमुख मंदिर में होंगे कौन से नियम लागू-

देश की राजधानी की बात करें तो शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर के लिए यहां के तमाम प्रमुख मंदिरों में इसकी तैयारियों शुरू कर दी गई हैं। इस दौरान कोरोना के मद्देनज़र ये फैसला लिा गया है श्रद्धालु सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए ही मां दुर्गा के विभिन्न रूपों के दर्शन कर पाएंगे। बताया जा रहा है यहां मंदिरों को रोशनी से जगमग करने का कार्य लगभग पूरा कर लिया है। इसके अलावा आपको बता दें कि मंदिर में प्रसाद, फूल, माला, नारियल तथा चुनरी चढ़ाने पर रोक रहेगी। श्रद्धालुओं को केवल दर्शन की इजाजत होगी। 

झंडेवाला देवी मंदिर- मंदिर में न हो भीड़ के मद्देनज़र, घर-घर पहुंचाया जाएगा प्रसाद
देवी के प्रमुख झंडे वाला देवी मंदिर के मीडिया प्रभारी नंद किशोर सेठी ने बताया कि मंदिर में 17 से लेकर 25 अक्टूबर तक शारदीय नवरात्र महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दौरान मंदिर में बुजुर्गों, छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं के प्रवेश पर रोक रहेगी। बिना मास्क, थर्मल स्क्रीनिंग और हाथों को सैनेटाइज के प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके अलावा तीन अलग-अलग जगहों से मंदिर में श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए अंदर जा सकेंगे। प्रांगण में बैठने पर भी पाबंदी रहेगी। इन्होंने साथ ही ये भी बताया कि श्रद्धालुओं के घर तक प्रसाद पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए आठ रथ मंदिर से सुबह 6 बजे रोजाना दिल्ली के अलग-अलग रिहाइशी इलाकों के लिए रवाना होंगे। इसके अलावा ये जानकारी भी दी कि, मंदिर से केवल चार लोग ही जोत ले जा सकेंगे। 

छतरपुर मंदिर- डिस्पेंसिंग मशीन से मिलेगा पैकड प्रसाद
मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. किशोर चावला ने मीडिया से जानकारी सांझा करते हुए श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए 2 द्वार बनाए गए हैं। सामाजिक दूरी के नियमों काे साथ ही मां के दर्शन कर सकेंगे। तो वहीं मंदिर में श्रद्धालुओं के तिलक लगाने और फूलमाला चढ़ाने पररोक रहेगी। जिन लोगों में खांसी और जुकाम के लक्षण होंगे उन्हें प्रवेश की इजाजत नहीं मिलेगी। मंदिर में थर्मल स्क्रीनिंग और हैंड सैनेटाइज की व्यवस्था रहेगी। तो वहीं दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को निकासी द्वार पर डिस्पेंसिंग मशीन से पैक प्रसाद मिलेगा। 

इसके अलावा कालकाजी मंदिर के महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि कोरोना की वजह कालकाजी मंदिर बंद रहेगा। स्थानीय प्रशासन के निर्देशानुसार मंदिर को बंद रखने का फैसला लिया गया है। बता दें अखिल भारतीय ज्योतिष परिषद के राष्ट्रीय महासचिव आचार्य कृष्ण दत्त शर्मा ने बताया कि कोरोना काल में जो श्रद्धालु मां दुर्गा के दर्शन के लिए मंदिर नहीं जा सकते हैं। इसलिए घर पर बैठकर पूजा-अर्चना करना ही फिलहाल श्रद्धालुओं के लिए उचित होगा। 

Jyoti

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