नवरात्रि प्रांरभ होने से पहले निपटा लें ये 5 काम, नहीं तो चौखट से ही लौट जाएंगी माता रानी

Friday, Sep 23, 2022 - 02:20 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

26 सितंबर दिन सोमवार से वर्ष के शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ होने जा रहा है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार  नवरात्रि में पूरे नौ दिन देवी मां के स्वरूपों की उपासना की जाती है लेकिन इन नौं दिनों से पहले भी हमें मां की आगमन की तैयारी करनी होती है ताकि मां दुर्गा खुशी खुशी हमारे घर पधारें। ऐसे में आज हम आपको 5 ऐसे कामों के बारें में बताने जा रहें हैं जिन्हें नवरात्रि से पहले पहले निपटा लेना चाहिए। नवरात्रि से पहले अगर ये खास काम न निपटाएं जाएं तो साधक को देवी की उपासना और व्रत का फल नहीं मिलता है। तो आईए जानते हैं कौन से है ये जरूरी कार्य।

शास्त्रों के अनुसार मां का आगमन उसी घर में होता है जहां साफ सफाई हो। ऐसे में नवरात्रि का शुभ पर्व आने से पहले घर की साफ-सफाई बहुत जरूरी होती है। देवी मां के घर में पधारने से पहले जाले, जंग और गंदगी का अच्छी तरह से सफाया कर दें। ऐसा कहते हैं कि गंदगी वाले घर में माता को स्थापित करने से भक्तों को पर उनकी कृपा नहीं रहती है। घर की साफ-सफाई करने के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। इससे माता रानी आप पर कृपा करती है।

घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई के बाद व्रत की सामग्री लाना शुरू कर दीजिए। इसमें व्रत और पूजन सामग्री की चीजों का विशेष ध्यान रखें। नवरात्रि के नौ दिनों के उपवास में कुट्टू का आटा, समा के चावल, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना, सेंधा नमक, फल, आलू, मेवा, मूंगफली आदि जैसी चीजें पहले ही मंगाकर रख लें।

शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि में नौ दिन दाढ़ी-मूंछ, बाल या नाखून काटना शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में बाल, नाखून दाढ़ी बनवाने जैसे कार्य पहले ही निपटा लें। सर्वपितृ अमावस्या समाप्त होते ही ये काम निपटा लें, अन्यथा प्रतिपदा तिथि लगने के बाद आपको ये काम निपटाने का मौका नहीं मिलेगा।
 

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सनातन धर्म में स्वस्तिक का विशेष महत्व बताया गया है। ऐसा करते हैं कि मुख्य द्वार पर स्वस्तिक बनाने से हमेशा माता की कृपा रहती है। ऐसे में मां के स्वागत के लिए दरवाजे पर स्वस्तिक जरूर बनाकर रखें। इसके अलावा, घर के मंदिर और माता की चौकी के स्थान पर भी स्वस्तिक बनाना ना भूलें।

अगर आप मांसाहारी हैं तो नवरात्रि की साफ-सफाई होने के बाद अंडा, मांस, मछली जैसी चीजों को घर में न लाएं। इसके अलावा, लहसुन और प्याज जैसी तामसिक चीजों से भी दूरी बना लें। घर से बाहर भी खान पान की चीजों का विशेष ध्यान रखें। शराब या नशीली चीजें न तो घर लाएं और न ही बाहर इनका सेवन करें।

नवरात्रि में रंगों का भी विशेष महत्व होता है। ऐसा कहते हैं कि नवरात्रि में कभी भी काले या डार्क कलर के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। सनातन धर्म में काले रंग को अशुभता का प्रतीक माना गया है। इस दौरान पीले, लाल या हल्के रंग के कपड़े पहनें।

 

Jyoti

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