शरद पूर्णिमा: 10 से 12 के बीच आप भी पा सकते हैं अमृत, बस करना होगा ये काम

Friday, Oct 11, 2019 - 11:11 AM (IST)

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13 अक्टूबर रविवार के दिन रविवार को इस साल की शरद पूर्णिमा मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन चांद अपनी सोलह संपूर्ण कलाओं में होता है। यूं तो हिंदू धर्म में आने वाली प्रत्येक पूर्णिमा का अधिक महत्व होता है। मगर साल में आने वाले शरद पूर्णिमा सबसे खास होती है। यही कारण है कि शरद ऋतु की इस पूर्णिमा का हर किसी को इंतजार रहता है। प्रचलित मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा की रात को चांद अमृत की वर्षा करता है। कहा जाता है इस अमृत से व्यक्ति धन, स्वास्थ्य और प्रेम से नवाजता है। इसीलिए हर कोई इस अमृत का हकदार बनना की चाह रखता है।

इस अमृत को प्राप्त करने के लिए शरद पूर्णिमा के दिन खीर को चांद की रोशनी में रखने की परपंरा कई वर्षों से चली आ रही है। बता दें खीर को चांद की रोशनी में रखने से पहले श्री कृष्ण को भोग लगाया जाता अनिवार्य है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन कुछ अन्य उपाय भी किए जा सकते हैं जो लाभप्रद होते हैं। तो आइए जानते हैं शरद पूर्णिमा के दिन क्या-क्या करने चाहिए।

शरद पूर्णिमा की रात हर किसी को कोशिश करनी चाहिए कि कम से कम 30 मिनट चंद्रमा की रोशनी में रहें। ज्योतिष विद्वानों का मानना है कि इसके लिए रात 10 से 12 बजे का समय सबसे उपयोगी माना जा रहा है।

कहा जाता है कि जिन लोगों को दमा हो उनके लिए शरद पूर्णिमा की ये रात किसी वरदान से कम नहीं होती। ऐसे लोगों को शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में रखी खीर को सुबह 4 बजे खाना चाहिए। माना जाता है इससे दमे की परेशानी हमेशा के लिए खत्म हो जाती है।

जिन लोगों को आंखों में किसी तरह की दिक्कत हो तो शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा को 15 से 20 मिनट तक चंद्रमा को टकटकी लगाकर देखें।

हिंदू मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन पूर्ण रूप से जल और फल ग्रहण वो इस दिन सात्विक भोजन ग्रहण करें। इसके अलावा शरद पूर्णिमा के दिन शरीर को शुद्ध रखें और कोशिश करें कि इस उपवास ही रखें। इसके साथ ही इस दिन चमकदारी लाभ पाने के लिए इस दिन सफ़ेद रंग के वस्त्र धारण करें।

Jyoti

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