आज रात चांद की चांदनी में करें ये काम, धन संबंधित हर समस्या का होगा नाश

Tuesday, Oct 19, 2021 - 09:36 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Sharad Purnima 2021: अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि शरद पूर्णिमा के रूप में मनाई जाती है। यूं तो हमारी संस्कृति में प्रत्येक पूर्णिमा का अपना विशेष महत्व है लेकिन शरद मास की पूर्णिमा को कोजागरी पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। इस दिन चंद्रमा धरती के सबसे करीब होता है और कई प्रकार के शुभ गुण लिए पृथ्वी वासियों पर अपनी अमृत किरणों की वर्षा करता है। शरद पूर्णिमा के दिन युगल रूप में राधारानीश्री कृष्ण, भगवान विष्णु व देवी लक्ष्मी और भगवान शिव व माता पार्वती की विशेष आराधना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन देवी लक्ष्मी धरती पर विचरण करती हैं और अपने भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। चंद्रमा और माता लक्ष्मी दोनों को सहोदर माना जाता है क्योंकि दोनों की ही उत्पत्ति समुद्र से हुई है। चंद्र पूजन करने से धन की प्राप्ति होना भी एक तथ्य है।  शरद पूर्णिमा के दिन समस्त देवता गण भी चंद्रमा की अमृत किरणों के बीच विचरण करते हैं। इस पूर्णिमा की रात चंद्रमा की रोशनी अत्यंत मोहक और औषधीय गुण लिए होते हैं। इसी कारण से चंद्रमा की रोशनी के नीचे खीर व भोजन बनाने से उसके अंदर औषधीय गुण आ जाते हैं। 

Sharad purnima significance: चंद्र दोष से पीड़ित लोगों को प्रत्येक पूर्णमासी को समुद्र दर्शन अवश्य करना चाहिए अथवा चंद्रमा की रोशनी में कुछ देर बैठ कर अपने मन को शांत करना चाहिय। चंद्र दोष निवारण के लिए शरद पूर्णिमा सबसे उपयुक्त समय है, इस समय किए गए उपाय अत्यधिक लाभकारी सिद्ध होते है। कुछ लोग शरद पूर्णिमा के उपवास भी रखते हैं और कई लोग उपवास न रखकर केवल चंद्र पूजन करते हैं। दोनों कार्य करना लाभकारी होता है। इसके साथ-साथ कुछ उपाय कर लेने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

When should we make Sharad Purnima kheer: शरद पूर्णिमा के दिन खुले आसमान के नीचे पीतल, तांबे अथवा मिट्टी के बर्तन में खीर बनाना और इसके बाद मंत्र उच्चारण से खीर में और भी ऊर्जा का समावेश करना अत्यंत शुभ होता है। इसके पश्चात उस भोजन में कई प्रकार के दिव्य व औषधीय गुण आ जाते हैं। खीर को प्रसाद के रूप में प्रेमपूर्वक ग्रहण करना चाहिए। खासतौर पर दमा रोगी, मानसिक रोगी व किसी भी तरह के शारीरिक रोगी पर ये औषधी का काम करती है। इस खीर को खाने से मानसिक व आर्थिक लाभ भी मिलते हैं।

शरद पूर्णिमा के दिन कुछ समय चंद्रमा की रोशनी के नीचे बैठकर ओम सोमाय नमः का जाप करते हुए भगवान शिव से आशीर्वाद हेतु सुख-समृद्धि की कामना करें।

आज के दिन चांदी के बने किसी भी बर्तन, जेवर, या सिक्कों को पानी में चांदनी की रोशनी में रखकर उस पानी से स्नान करने पर अत्याधिक लाभ मिलता है। 

शरद पूर्णिमा के दिन सफेद वस्त्रों का का उपयोग करें स्वयं भी धारण करें अथवा पूजा के लिए आसन भी सफेद कपड़ों का ही बिछाएं। पूजा के लिए सफेद फूलों का इस्तेमाल करें ऐसा करने पर दांपत्य जीवन में भी प्रेम बना रहता है। भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी से अपने सुखी जीवन की कामना करें।

नीलम
8847472411

Niyati Bhandari

Advertising