Shanishchari Amavasya: पितरों और शनिदेव को एक साथ प्रसन्न करने का है अनोखा मौका, करना न भूलें ये उपाय

punjabkesari.in Saturday, Oct 14, 2023 - 10:34 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Shanichari Amavasya: पंचांग के मुताबिक अश्विन माह में आने वाली सर्वपितृ अमावस्या के दिन श्राद्ध पक्ष का समापन किया जाता है और ये आज है यानी 14 अक्टूबर को। मान्यताओं के अनुसार इस दिन पितृ अपने वंशजों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देकर वापिस चले जाते हैं। इसी के साथ एक और बात बता दें कि आज शनिवार भी है यानि इसे शनिश्चरी अमावस्या भी कहा जाएगा। मान्यताओं के अनुसार शनिश्चरी अमावस्या के दिन दान-पुण्य, श्राद्ध-तर्पण करने से शनि देव और पितरों का विशेष आशीर्वाद मिलता है। आज के दिन अगर कुछ उपाय कर लिए जाएं तो बड़ी से बड़ी परेशानी भी आपके सामने घुटने टेक देती है। अगर आप भी जीवन की अनचाही परेशानियों से निजात पाना चाहते हैं तो करें ये उपाय:

PunjabKesari Shanishchari Amavasya

Worship of cow गाय की पूजा करें: अगर बहुत मेहनत करने के बाद सफलता हाथ नहीं लग रही तो आज के दिन काली गाय का आशीर्वाद लें। उसे बूंदी के लड्डू खिलाएं। ऐसा करने से शनि दोष से तो छुटकारा मिलता ही है और साथ में परिवार के ऊपर पितरों का खास आशीर्वाद बना रहता है।

Worship of shanidev शनिदेव की पूजा करें: शनिश्चरी अमावस्या के दिन शनि देव की पूजा करने से दोगुना फल प्राप्त होता है। आज के दिन शनि चालीसा या शनि स्तोत्र का पाठ करें। इसके बाद शनि देव को काला तिल और तेल चढ़ाएं। ऐसा करने से अगर आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती या फिर ढैया चल रही है तो उससे निजात मिलता है।

To get rid of Pitra Dosh पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए: पितृ दोष से परेशान हैं तो आज के दिन स्नान-ध्यान करने के बाद जल में काले तिल और जौ मिलाकर दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके पितरों को अर्घ्य दें। अर्घ्य देते समय इस मंत्र का जाप करें:

PunjabKesari Shanishchari Amavasya

Mantra मंत्र: ॐ सर्व पितृ देवाय नमः

ऐसा करने से शीघ्र अति शीघ्र परेशानियों से निजात मिलता है।

इसके अलावा पितृ दोष से निजात पाने के लिए आज के दिन काले तिल मिश्रित गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें।

PunjabKesari Shanishchari Amavasya

Chant these mantras of Shani Dev शनि देव के इन मंत्रों का जाप करें:
ऊँ शं शनैश्चाराय नमः।
ऊँ श्रां श्रीं श्रूं शनैश्चाराय नमः।
ऊँ हलृशं शनिदेवाय नमः।
ऊँ सूर्य पुत्राय नमः।
ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Niyati Bhandari

Recommended News

Related News