Shani Vakri 2025: 138 दिन के लिए शनि वक्री, मकर राशि वालों का चमकेगा भाग्य
punjabkesari.in Thursday, May 29, 2025 - 09:04 AM (IST)
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Shani Vakri 2025: शनि देव वक्री होने जा रहे हैं। 138 दिन का पीरियड है जब शनि देव मीन राशि में वक्री हो जाएंगे। अब मीन राशि में जब शनि देव वक्री हो रहे हैं, तो उसका आपके ऊपर क्या असर पड़ेगा ? वैसे तो हर प्लेनेट हर साल वक्री होता है। गुरु 120 दिन के लिए वक्री होते हैं। शनि लगभग 140 दिन के लिए वक्री होते हैं। शनि देव का यह गोचर कुछ राशियों के लिए बेहद खास होने वाला है। मीन राशि में जब शनि है तो कुछ राशियों के ऊपर साढ़ेसाती चल रही है, कुछ राशियों के ऊपर ढैया चल रही है। कुछ राशियों के लिए गोचर यह अच्छा भी है।
मकर राशि: मकर राशि के लिए पहले वह शनि राशि के स्वामी हैं। दूसरा मकर राशि के लिए अभी साढ़ेसाती हाल ही में खत्म हुई है पर शनि शुभ गोचर में चल रहे हैं। शनि का तीसरे, छठे और 11वें का गोचर शुभ होता है। तो मकर राशि के लिए यह गोचर तीसरे भाव का है। तो राशि के स्वामी का वक्री हो जाना, शुभ स्थिति में जाकर वक्री हो जाना निश्चित तौर पर आपके लिए अच्छा है। अब शनि यहां पर करेंगे क्या ? तीसरा भाव आपके पराक्रम का भाव होता है। आपके ब्रदर्स का भाव होता है। आपका कंधे से संबंधित कोई भी समस्या आती है, तो आपकी तीसरे भाव से देखी जाती है। तो यदि आपको भाइयों का साथ नहीं मिल पा रहा या भाई के साथ किसी तरीके का कनफ्लिक्ट चल रहा है तो हो सकता है कि इस दौरान यह चीजें थोड़ी सी ईज़ आउट होती हुई नजर आए। तीसरा भाव क्योंकि पराक्रम का भाव है। आप कोई भी डिसीजन करेंगे इस 138 दिन के दौरान तो आप पूरे कॉन्फिडेंस के साथ करेंगे। इस अवधि के दौरान क्योंकि राशि का स्वामी है, वक्री अवस्था में है, उसका चेष्टा बल बढ़ा हुआ है। तो आप में कॉन्फिडेंस भर-भर के आएगा और आप डिसीजन मेकिंग आपकी अच्छी डिसीजन मेकिंग अच्छी हो जाएगी और आपका डिसीजन चलेगा भी। कई बार होता है कि हम डिसीजन करते हैं, आपका डिसीजन चलता नहीं है। भाग्य साथ नहीं देता आपका, इस स्थिति में क्या होगा कि आपका भाग्य भी साथ देगा। आपकी डिसीजन मेकिंग भी अच्छी होगी और आपको निश्चित तौर पर सहयोग भी मिलेगा। ब्रदर्स का सहयोग मिल सकता है। मित्रों का सहयोग भी मिल सकता है। ऐसी स्थिति में क्योंकि राशि का स्वामी वक्री है। राशि का स्वामी शुभ स्थिति में है तो निश्चित तौर पर आप खुद को थोड़ा सा एंथिज्म में भी पाएंगे। थोड़ा सा उत्साह आपका बढ़ा हुआ नजर आएगा। कोई भी काम करेंगे आप पूरे उत्साह के साथ करेंगे। आप कोई भी काम करेंगे पूरी तैयारी के साथ पूरी उसके साथ करेंगे। हालांकि मकर राशि के जातक थोड़े से सुस्त होते हैं लेकिन यह सुस्ती थोड़ी सी निकल जाएगी। अब इसके लिए इसके अलावा जो दूसरा भाव होता है मकर राशि के जातकों के लिए वहां पर शनि की मूल त्रिकोण राशि आ जाती है। इससे आपको निश्चित तौर पर कारोबार में वृद्धि होती हुई नजर आएगी क्योंकि कारोबार बढ़ेगा तभी आपका धन बढ़ेगा। धन में वृद्धि होती हुई नजर आएगी। अचानक कहीं से आपको धन का लाभ हो सकता है। यह भाव कुटुंब का भी भाव होता है। जब कुटुंब के भाव का स्वामी मजबूत स्थिति में आ जाता है तो उससे निश्चित तौर पर आपको फैमिली का सपोर्ट मिलता है। कई बार यह होता है कि हम कोई काम करना चाह रहे हैं। उसमें फैमिली सपोर्ट नहीं कर रही। वहां पर आपको फैमिली का सपोर्ट मिलता हुआ नजर आएगा। यदि आपकी ईटिंग हैबिट्स को लेकर कोई दिक्कत है तो हो सकता है कि ऐसी स्थिति में आपकी ईटिंग हैबिट्स भी सुधर जाए। यदि आप मैरिड हैं, आपकी संतान है तो संतान के पक्ष से हो सकता है कि थोड़ी बहुत आपको दिक्कत हो जाए। शनि की दशम दृष्टि रहेगी आपके 12वें भाव के ऊपर। 12वां आपकी यात्रा का भाव होता है, यात्रा हो सकती है। विदेश यात्रा का भाव होता है।
यदि आपके ऊपर शनि की दशा या महादशा चल रही है तो इन उपायों को जरूर करें-
शनिवार के दिन शाम के समय काली उड़द की दाल दान करें।
इसके अलावा शनि देव की आरती में भाग ले सकते हैं और शनि देव की शिला पर तेल अर्पित कर सकते हैं। यह छोटी-छोटी रेमेडीज हैं।
ओम शनि शनिश्चराय नमः का जाप करें।
नरेश कुमार
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