Shani Vakri 2025: 138 दिन के लिए शनि वक्री, वृषभ राशि वालों की होगी चांदी

punjabkesari.in Wednesday, May 28, 2025 - 11:02 AM (IST)

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Shani Vakri 2025: शनि देव वक्री होने जा रहे हैं। 138 दिन का पीरियड है जब शनि देव मीन राशि में वक्री हो जाएंगे। अब मीन राशि में जब शनि देव वक्री हो रहे हैं, तो उसका आपके ऊपर क्या असर पड़ेगा ? वैसे तो हर प्लेनेट हर साल वक्री होता है। गुरु 120 दिन के लिए वक्री होते हैं। शनि लगभग 140 दिन के लिए वक्री होते हैं। शनि देव का यह गोचर कुछ राशियों के लिए बेहद खास होने वाला है। मीन राशि में जब शनि है तो कुछ राशियों के ऊपर साढ़ेसाती चल रही है, कुछ राशियों के ऊपर ढैया चल रही है। कुछ राशियों के लिए गोचर यह अच्छा भी है।

वृषभ राशि: वृषभ राशि शुक्र की राशि है। वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि योगकारक हो जाते हैं। वृषभ राशि के लिए यह गोचर अच्छा इसलिए है क्योंकि वृषभ राशि से शनि 11 में गोचर कर रहे हैं। जब यह कुंडली बनाएंगे तो वृषभ राशि की शनि का गोचर 11 में आ जाएगा। अब 11 में शनि का गोचर है, 11वां भाव भी मजबूत हो गया। 11वां भाव आपकी इच्छाओं का भाव है। काल पुरुष की कुंडली एक लग्न की होती है। वहां पर शनि 11वें के स्वामी भी हो जाते हैं। यहां पर पाप ग्रह होने के नाते शनि का गोचर अच्छा है। इसलिए आपको 11वें से संबंधित अच्छे फल जरूर मिलेंगे। यदि आपकी प्रमोशन पेंडिंग है तो हो सकता है कि वहां पर चीजें आगे सरकती हुई नजर आए। यदि आपका इनकम को लेकर कोई दिक्कत चल रही है, फ्लो को लेकर कोई दिक्कत चल रही है तो हो सकता है कि वहां पर चीजें ठीक हो जाए। यदि कोई कोर्ट केस चल रहा है तो वो समाधान होता हुआ नजर आएगा। क्योंकि जो 11वां होता है वो छठे का छठा होता है और छठे के फल शनि करेंगे, छठे में बैठकर और इसके साथ-साथ क्योंकि शनि न्याय के कारक हैं। वृषभ राशि में शनि की जो मकर राशि है वह आपके भाग्य स्थान में आ जाती है। भाग्य स्थान में मकर राशि के आने के कारण आपको भाग्य से संबंधित चीजें जो है वो आपका भाग्य थोड़ा सा साथ देता हुआ नजर आएगा क्योंकि आपका जो प्लनेट है, शनि वक्री अवस्था में चल रहा है।  निश्चित तौर पर भाग्य आपका साथ देता हुआ नजर आएगा। धार्मिक यात्राएं आप इस दौरान कर सकते हैं और कोई भी आप काम करेंगे उसमें आपको थोड़ी सी आसानी होती हुई नजर आएगी। इसके अलावा शनि दशम के भी स्वामी हो जाते हैं। वृषभ राशि के जातकों के लिए कर्म से संबंधित फल भी आपको निश्चित तौर पर उसके अच्छे मिलते हुए नजर आएंगे। तो निश्चित तौर पर कारोबार के लिहाज से भी यह गोचर या शनि का वक्री होना अच्छा है। क्योंकि भाग्य स्थान का स्वामी और दशम का स्वामी दोनों का वक्री है। यह केंद्र और त्रिकोण के भाव है, शनि आपके लिए भी योग कारक है। तो निश्चित तौर पर योगा कारक ग्रह का वक्री हो जाना वृषभ राशि के जातकों के लिए काम के लिहाज से, पैसे के लिहाज से, इच्छाओं की पूर्ति के लिहाज से, प्रमोशन के लिहाज से, कोर्ट केसेस के लिहाज से और अध्यात्म के लिहाज से काफी अच्छा रहने वाला है।

यदि आपके ऊपर शनि की दशा या महादशा चल रही है तो इन उपायों को जरूर करें-

 शनिवार के दिन शाम के समय काली उड़द की दाल दान करें।

इसके अलावा शनि देव की आरती में भाग ले सकते हैं और शनि देव की शिला पर तेल अर्पित कर सकते हैं। यह छोटी-छोटी रेमेडीज हैं।

ओम शनि शनिश्चराय नमः का जाप करें।

नरेश कुमार
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Content Editor

Prachi Sharma

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