Shani Transit in pisces 2025: 30 साल बाद मीन में शनि, मकर राशि वालों के वारे-न्यारे
punjabkesari.in Saturday, Mar 01, 2025 - 11:09 AM (IST)
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Shani Transit in pisces 2025: शनिदेव का गोचर हो रहा है 29 मार्च को। 29 मार्च को शनिदेव मीन राशि में गोचर करेंगे। यह यहां पर 23 फरवरी 2028 तक रहेंगे यानी कि अगला गोचर जो है वो मीन राशि में रहेगा। यह गोचर 30 साल बाद हो रहा है, यदि हम 30 साल पीछे जाते हैं। अगली राशि जिसको शनि के इस गोचर का काफ लाभ होने जा रहा है वह है तुला राशि। यह गोचर तुला राशि के जातकों के लिए छठे भाव में होगा और छठे भाव में शनि का गोचर शुभ होता है। अब तुला राशि के लिए शनि योगा कारक ग्रह हो जाते हैं क्योंकि शनि की मकर राशि चौथे भाव में आ जाती है। शनि की कुंभ राशि जो मूल त्रिकोण राशि है, वह पंचम भाव में आ जाती है। इस लिहाज से शनि वह तुला राशि के जातकों के लिए योगा कारक हो जाते हैं। एक केंद्र और एक त्रिकोण भाव के स्वामी होकर अब गोचर तो निश्चित तौर पर अच्छा रहेगा।
मकर राशि: मकर राशि शनि की अपनी राशि है इसी राशि के ऊपर शनि की साढ़े साती चल रही थी, साढ़े साती खत्म हो जाएगी। शनि तीसरे भाव में शुभ गोचर में आ जाएंगे। राशि के स्वामी का शुभ गोचर में आ जाना निश्चित तौर पर एक अलग एडवांटेज है। मकर राशि के ऊपर शनि की दशा चल रही है यदि यह दशा चल रही है और रूलिंग प्लेनेट आपका शुभ गोचर में आ जाए तो आपके लिए निश्चित तौर पर उसके फल ज्यादा अच्छे हो जाते हैं। यदि आपकी मकर राशि है आपका जन्म सूर्य के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के तीन चरण, दूसरा, तीसरा, चौथा यह आपकी राशि में सूर्य के तीन चरण आते हैं। अगला नक्षत्र होता है वह होता है श्रवण। यह आपका चंद्रमा का नक्षत्र है इसके चारों चरण वह मकर राशि में आते हैं। इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र आता है, यह मंगल का नक्षत्र है। लगभग 4 साल की महादशा मिलेगी उसके बाद चंद्रमा की मिलेगी। फिर राहु हो गया यह 18 साल रहेंगे, यह 39 हो गए और फिर उसके बाद 16 साल गुरु के आते हैं। यह हो गए 55 तो इसका मतलब यह है कि यदि आपका जन्म सूर्य के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में हुआ है तो आपकी जज यदि 50, 55 के आसपास है तो शनि के प्रभाव में आ चुके हैं। महादशा आपके ऊपर चल रही है और महादशा नाथ आपका शुभ गोचर में है। यदि आपका जन्म उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में नहीं है तो आपका जन्म श्रवण नक्षत्र में है तो आपकी उम्र 45 के आसपास है तो भी आप शनि के प्रभाव में आ चुके हैं। 10 साल आपको चंद्रमा के मिल गए और उसके बाद साल मंगल के मिल गए हैं।
जिनका जन्म श्रवण नक्षत्र के पहले चरणों में हुआ है, उनकी यदि 50 से ऊपर है तो वो शनि के प्रभाव में है। यदि दूसरे चरण के बाद वाले जातक हैं उनकी यदि 45 साल के ऊपर है तो वो प्रभाव में है। यदि आप 40 के ऊपर हैं तो भी आप शनि के प्रभाव में है तो निश्चित तौर शनि के प्रभाव में आ जाएंगे। शनि की राशि का शुभ गोचर में जाना निश्चित तौर पर अच्छा हो गया है। आपका राशि स्वामी भी है, आपका रूलिंग प्लांट भी है आपके लिए शुभ गोचर में भी है तो निश्चित तौर पर इसके वो फल आपके लिए अच्छे करके जाएगा। राशि के स्वामी शुभ गोचर में है वो कर जाएंगे। दूसरा धन भाव के अच्छे फल कर जाएंगे। मूल त्रिकोण राशि कुंभ दूसरे भाव में पड़ी हुई है तो यहां पर ये धन भाव होता है। दूसरा भाव तो दोनों का ही फल करेंगे अब क्या करेंगे मोटे तौर पर जो प्रॉब्लम 72 साल में आई थी साढ़े साती के कारण फिजिकल प्रॉब्लम थी डेट की प्रॉब्लम थी या आपको यदि कोई चोट चपट लग गई थी वो सारी चीजें अब धीरे-धीरे करेक्ट होती हुई नजर आएंगी। शनि समय के कारक हैं शनि समय के साथ चीजों को करेक्ट करते हैं। हमारा पेशेंस टेस्ट शनि करते हैं तो यहां पर क्या होगा शनि तीसरे भाव में बैठकर आपका कॉन्फिडेंस बढ़ाएंगे। सबसे पहले कुछ लोगों को कॉन्फिडेंस लो हो जाता है। साढ़े साती के दौरान बहुत सारी चीजें गलत हो जाती है। इसके कारण लगता है कि यार दुनिया ही खत्म हो रही है तो यहां पर तीसरे भाव में आकर सबसे पहले तो आपका कॉन्फिडेंस मजबूत करेंगे। तीसरे भाव के फल अच्छे मिलेंगे, ये पराक्रम भाव है। छोटे भाई के साथ तालमेल बेटर होता हुआ नजर आएगा, पराक्रम बढ़ता हुआ नजर आएगा। आप थोड़ा सा हेल्दी फील करेंगे।
धन के फल आपको अच्छे मिल जाएंगे। अध्यात्म की तरफ आपका ध्यान लग सकता है यदि आपका जन्म सूर्य के नक्षत्र में है क्योंकि शनि भाग्य स्थान को देख रहे हैं। यह अध्यात्म का भाव होता है तो अध्यात्म की तरफ आपका रुझान थोड़ा सा बढ़ता हुआ नजर आएगा। यह चीजें हो सकती हैं यात्राएं इस अवधि में आप काफी करेंगे।
शनि गुरु की राशि में है तो उसका अपना अलग प्रभाव रहता है। आध्यात्म की तरफ ध्यान थोड़ा सा बढ़ेगा, थोड़ा सा रिलीजियस एक्टिविटीज की तरफ जाएंगे। थोड़ा सा दान धर्म करना आप शुरू करेंगे। यह चीजें आपके लिए होंगी फिफ्थ हाउस पर चूंकि शनि की दृष्टि है तो संतान पक्ष अच्छी खबर आएगी। जिनके संतान नहीं है उनके यहां पर संतान आ सकती है। जिनके संतान है उनको संतान पक्ष से अच्छी खबर आ सकती है। तो यहां पर चीजें अच्छी होती हुई नजर आएंगी। आप फैसले बेटर ले पाएंगे क्योंकि बुद्धि-विवेक का जो भाव है, वहां पर भी शनि का प्रभाव रहेगा। शनि चूंकि शुभ गोचर में है तो निश्चित तौर पर फिफ्थ हाउस के अच्छे फल आपको देखने को मिलेंगे। फिफ्थ हाउस से बुद्धि-विवेक देखा जाता है, यहां पर आप चीजें बहुत अच्छी होती हुई नजर आएंगी। तीसरे भाव में चकि शनि है और दसवीं दृष्टि आपके 12वें भाव के ऊपर जा रही है। 12वां भाव विदेश का भाव होता है, जिनका काम विदेश से जुड़ा हुआ है फॉरेक्स का काम करते हैं, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का काम करते हैं तो वहां पर सारी चीजें सटीक होती हुई नजर आएंगी। बहुत सारी चीजें जो डिस्टर्ब चल रही थी, वहां पर चीजें ठीक होती हुई नजर आएंगी। मकर राशि के जातकों को स्वास्थ्य लाभ होगा, धन की वृद्धि होगी, संतान पक्ष से अच्छी खबर आएगी। यह चीजें जरूर होंगी। विदेश से फायदा हो सकता है, आपको अध्यात्म में आपका ध्यान लगता हुआ नजर आएगा। यह चीजें मकर राशि के जातकों के लिए इस गोचर के दौरान बहुत अच्छी होने वाली है।
यदि आपकी कुंडली में शनि की स्थिति खराब है तो शनि आपकी कुंडली में छठे, आठवें, 12वें भाव में पड़े हुए हैं। राहु-केतु एक्सेस में है शनि बहुत अच्छी पोजीशन में नहीं है तो आपको शनि की रेमेडी जरूर करनी चाहिए।
शनिवार शाम के समय शनि देव की शिला को तेल अर्पित करें।
काली दाल का दान करें।
ॐ शं शनैश्चराय नमः का जाप करें।
नरेश कुमार
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