शनि गोचर: कर्क राशि वालों के घर में गूंज सकती हैं बच्चे की किलकारियां

Tuesday, Jan 21, 2020 - 11:42 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
तीन बाद यानि 24 जनवरी को इस साल का सबसे बड़ा परिवर्तन होने जा रहा है। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार शनि का मकर राशि में प्रवेश करना बहुत खास माना जा रहा है। माना जा रहा है इनकी चाल  में हो रहे ये इस बदलाव का समस्त राशियों पर प्रभाव पड़ने वाला है परंतु कर्क राशि सबसे अधिक प्रभावित होने वाली है। तो चलिए जानते हैं 12 राशियों में कर्क राशि पर ही क्यों साल 2020 के सबसे बड़े गोचर का अधिक प्रभाव रहने वाला है। साथ ही जानेंगे इस राशि वालों को इस दौरान कौन से उपाय करने चाहिए।

2020 शनि गोचर  
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर्क राशि में शनिदेव का सप्तम भाव में गोचर कई मायनों में इस राशि वालों की परीक्षा ले सकता है। आपके द्वारा किए प्रत्येक कार्य तथा व्यापार को सफल बना सकता है। इसके अलावा ऐसा बताया जा रहा है कि क्योंकि ये आपकी राशि से केंद्र भाव में गोचर करते हुए 'शशक' योग का निर्माण भी करेंगे। इसलिए इसके फलस्वरूप आपको शनिजन्य सभी कार्यों में लाभ होगा। परंतु इस बात का भी जान लें कि क्योंकि शनि अष्टम भाव के स्वामी भी हैं इसलिए आपका कोई भी कार्य बिना रुकावटों के संपन्न कर पाना मुश्किल होगा।

तो वहीं कालपुरुष की जन्मकुंडली में सप्तम भाव होन के कारण विवाह में शीघ्रता तथा बिलम्ब दोनों के योग बन रहे हैं। इसके अलावा इस दौरान जीवनसाथी का स्वाभाव, विचारशीलता एवं व्यक्तित्व, ससुराल की समृद्धि, पत्नी का पूर्ण जीवन, दैनिक व्यापार, पेट संबंधी विकार, साझा व्यापार एवं मारकेश आदि का विचार किया जाता है। ऐसा माना जा रहा है इस वर्ष शनिदेव का मकर राशि में गोचर आपके जीवन में इन्हीं भागों को अत्यधिक प्रभावित करने वाला है।

कर्क राशि
ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि कर्क राशि अथवा कर्क लग्न में पैदा होने वाले जातकों के लिए ऐसा माना जा रहा है इनके विवाह में काफ़ी विलंब होता है और अगर इनक शादी शीघ्र हो भी जाती है तो दांपत्य जीवन में कड़वाहट आती है परंतु वक्त के साथ-साथ हालात सुधरने लगते हैं यानि रिश्ते मधुर होने लगते हैं। बताया जाता है इस राशि के जातक अति भावुक एवं भावनाओं में बहकर निर्णय लेने वाले होते हैं। इसलिए इनके लिए ये हिदायत दी जाती है कि इन्हें शादी-विवाह के मामल में वर-कन्या की जन्मकुंडली मिलाकर ही निर्णय लेना चाहिए। बता दें शनि इस भाव में बैठकर अपनी तृतीय दृष्टि इस राशि के भाग्य भाव पर डालेंगे। जिसके परिणामस्वरूप आपके कार्य संपन्न तो होंगे किंतु, उनके विलंब होने की संभावना अधिक लग रहेगी।

नौकरी-व्यवसाय
अगर कर्क राशि के जातक विदेश यात्रा हेतु वीजा का आवेदन करना, विदेशी कंपनी में नौकरी के लिए, आवेदन करना, नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना आदि जैसे काम करने वाले हैं तो बता दें इसके लिए शनिदेव की दृष्टि आपके लिए बेहतरीन साबित होगी। इसके अलावा धर्म-कर्म के प्रति आपकी अधिक रुचि बढ़ेगी तथा दान-पुण्य भी करेंगे।

इस राशि के शादीशुदा लोगों के परिवार में एक नए मेहमान के आगमन का योग बन रहा है। यानि खासतौर पर पौत्र/पौत्री के आगमन की प्रबल संभावना है। क्योंकि आप पर शनिदेव की पूर्ण दृष्टि है अतः आप इस बात का खास ध्यान रखें कि शनि देव आपके कर्मों का लेखा-जोखा रखने के लिए आप पर अपनी दृष्टि गड़ाए हुए हैं। इसलिए अपने कार्य के प्रति ईमानदार रहें और जितना संभव हो दूसरों की मदद करें।

सेहत
अगर कर्क राशि वालों की स्वास्थ्य की बात करें तो इन्हें सावधान रहने की आवश्यकता है। ऐसा माना जा रहा है कि आपको किसी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ेगा। परंतु सुखद समाचार यह है कि शनि देव की दशम उच्चदृष्टि आपके चतुर्थ भाव पर भी पड़ रही है जिसके फलस्वरूप आपके जीवन में जो रिक्तता का अभाव था वह भरता नज़र आएगा।

शिक्षा
इस राशि के जातक शैक्षिक तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने अथवा नए कार्य-व्यापार आरंभ करने की सोच रहे हैं उनके लिए यह योग उत्तम परिणाम देने वाला माना जा रहा है। ये लोग अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए आगे बढ़ेंगे। हांलाकि शनिदेव अपने इस गोचर के दौरान इनकी परीक्षा लेंगे परंत अंत में इन्हें सफलता भी दिलवाएंगे।  

उपाय
इस गोचर के दौरान इनके अशुभ प्रभाव से बचने के लिए दूध, दही, घी, शहद, तथा तिल के तेल से भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें, इनके वैदिक मंत्र का जप करें, शनि स्तोत्र तथा शनि कवच का पाठ करें।
 

Jyoti

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