इन बातों पर करें अमल, नहीं पड़ेगी शनि की टेढ़ी नजर

Friday, Apr 06, 2018 - 12:19 PM (IST)

ज्योतिष के अनुसार ग्रहों में न्यायाधीश का पद सूर्य देव के पुत्र, यमराज के भाई शनि देव को प्राप्त है। वह ताकत एवं ऊंचे पद का दुरुपयोग व बुरे कर्म करने वालों को उनके कर्मों के अनुसार सजा देते हैं तथा मेहनती एवं सद्कर्म करने वालों की उन्नति के रास्ते खोल देते हैं। इन बातों पर करें अमल, बिना किसी उपाय के शनि सदा रहेंगे प्रसन्न


शनि देव का व्रत करने से जातक पर शनि देव की कृपा होती है और वह पाप के मार्ग पर जाने से बच जाता है। जिससे शनि से संबंधित कोई भी अशुभ प्रभाव उन्हें नहीं भोगना पड़ता। किसी भी शनिवार से व्रत का श्री गणेश किया जा सकता है। व्रतधारी को शनिवार के दिन मुंह अंधेरे उठकर नित्य कार्यों से निर्वत होकर सुरमा, काले तिल, सौंफ, नागरमोथा और लोध मिले हुए जल से स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण कर मंदिर में जाकर शनिदेव के श्री रूप का पूजन करना चाहिए। शनि का व्रत करें तो एक समय भोजन करें।


नॉनवैज न खाएं। 


काली टाईल्स, मार्बल, काले कपड़ों का प्रयोग न करें।


मकान न खरीदें और पार्टनरशिप कुंडली दिखा कर करें।


भोजन का पहला भाग कुत्ते को दें।


दक्षिण दिशा को प्रणाम करें, दक्षिण में सिरहाना रखें।


पश्चिम दिशा की ओर मुख करके कार्यों का संचालन करें।


शुभकार्य करने से पूर्व पीपल पर पानी वाला नारियल तोड़ें आधा वहीं छोड़ दें आधा बांट दें।


व्यापारिक सामग्री शनिवार या अमावस पर न लें।


अपने से बड़े किसी व्यक्ति के साथ पार्टनरशिप करें।


निर्बल, असहायों की मदद करें।


शनिवार को शनि मंत्र जपें : ओम् प्राम् प्रीम् प्रौम् स शनैश्चराय नम:। 

Niyati Bhandari

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