Shani Pradosh Vrat 2020: शनि मंदिर जाने से पहले रखें इन बातों का ध्यान

Saturday, Mar 21, 2020 - 08:59 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Shani Pradosh 2020: हिंदू शास्त्रों के अनुसार प्रदोष तिथि का बहुत महत्व है विशेषकर शनि प्रदोष के दिन शिव आराधना से हर मनोकामना पूरी की जा सकती है। भोले बाबा की कृपा चाहते हैं तो प्रदोष व्रत करें। जैसा की आज शनिवार भी है, बहुत सारे श्रद्धालु शनि मंदिर भी जाते हैं तो रखें इन बातों का ध्यान। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार सूर्य पुत्र शनि कर्म प्रधान न्यायाधीश कहलाए गए हैं। कालपुरुष सिद्धांत के अनुसार शनि व्यक्ति की कुण्डली के कर्म क्षेत्र और लाभ क्षेत्र पर अधिपत्य रखते हैं। शनिवार के दिन शनि कृपा पाने के लिए शनि मंदिरों के बाहर लम्बी कतार देखी जाती है। क्या आपने कभी सोचा है प्रत्येक व्यक्ति को शनि देव के दर्शन करने का अधिकार है?

ऐसे लोग कर सकते हैं शनिदेव के दर्शन 

  • जिनकी राशि में शनि हो।
  • साढ़ेसाती और ढैय्या का बुरा प्रभाव चल रहा हो।
  • कुंडली में शनि की चाल अथवा महादशा का प्रभाव हो।
  • संसार में शनिदेव की दृष्टि के कारण राजाओं को रंक बनते भी देखा गया है। अत: जो लोग उनकी कुदृष्टि से प्रभावित हों।
  • कारखाने, लोहे से संबधित उद्योग, टंव्हल, ट्रक, ट्रांसपोर्ट, तेल, पेट्रोलियम, मेडिकल, प्रेस, कोर्ट-कचहरी से संबंधित व्यवसाय करने वाले जातक।
  • जब कोई अच्छा काम करें।
  • नौकरी अथवा कारोबार में आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हो।
  • लाइलाज बीमारी से ग्रस्त जैसे कैंसर, एड्स, कुष्ठरोग, किडनी, लकवा, साईटिका, ह्र्दय रोग, मधुमेह, खाज-खुजली जैसे त्वचा रोग दुख दे रहे हो तो श्री शनिदेव जी का पूजन, अभिषेक निश्चित तौर पर करें।

ऐसे लोग नहीं कर सकते शनिदेव के दर्शन

  • जिनके घर में प्रसूति या सूतक हो।
  • रजोधर्म के दौरान महिलाएं दर्शन न करें।
  • चमड़े से बना कोई भी सामान धारण किया हो।
  • बिना नहाए और स्वच्छ वस्त्र धारण किए।
  • कोई भी नशा जैसे शराब, सिगरेट, ड्रग्स आदि करने वाला।
  • हथियार धारण करके।
  • मौजे पहनकर।
  • पुरूषों को अपने सिर से टोपी आदि उतार कर ही दर्शन करने चाहिए।


 

Niyati Bhandari

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