Shani Dev ki Puja: साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति के लिए शनिवार को घर पर करें ये काम
punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2024 - 01:06 AM (IST)
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Shani Dev puja: शनिवार को शनिदेव की पूजा करने की विशेष महत्वता है, क्योंकि शनिवार का दिन शनि ग्रह (शनि देवता) से संबंधित होता है। हिन्दू धर्म में शनि को न्यायाधीश, कर्मफलदाता और कठिनाइयों का निवारण करने वाला माना जाता है। उनका संबंध न केवल व्यक्ति की मेहनत और कर्मों से है, बल्कि वे जीवन में आने वाली समस्याओं, कष्टों और संघर्षों से भी जुड़े हुए हैं। शनिवार को शनिदेव की पूजा से कई लाभ हो सकते हैं, और यह पूजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए फलदायी होती है जिनकी कुंडली में शनि दोष (जैसे शनि की महादशा, अंतर्दशा, साढ़ेसाती या ढैय्या) हो।
सनातन धर्म में शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। शनिदेव लोगों को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। शनिवार का दिन शनिदेव की पूजा के लिए बहुत ही खास माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन शनिदेव की पूरे विधि-विधान से पूजा करने से साढ़ेसाती और ढैय्या जैसे दोष दूर हो जाते हैं। साथ ही जीवन में आने वाली हर समस्या से छुटकारा मिलता है। शनि देव की पूजा के दौरान आरती और मंत्रों का जाप करने का विशेष महत्व है।
शनिवार को शनिदेव की पूजा करने से शनि दोष दूर होते हैं, जीवन में सुख-शांति आती है और व्यक्ति को उनके कर्मों का उचित फल मिलता है। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जिनकी कुंडली में शनि का प्रभाव नकारात्मक है या जो जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं।
Reasons and benefits of worshiping Shani Dev on Saturday शनिवार को शनि देव की पूजा करने के कारण और लाभ:
कर्मों का फल: शनि देवता का प्रमुख कार्य व्यक्ति के कर्मों का हिसाब रखना है। वे अच्छे कर्मों के लिए पुरस्कार और बुरे कर्मों के लिए दंड देते हैं। शनिवार को पूजा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में आए संकट दूर हो सकते हैं और अच्छे कर्मों का फल मिलता है।
Freedom from Sadesati and Dhaiyya साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति: जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव होता है, उन्हें शनिवार के दिन विशेष रूप से शनि पूजा करनी चाहिए। इससे शनि का अशुभ प्रभाव कम होता है और जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान होता है।
Relief from sufferings and distress कष्टों और संकटों से राहत: शनि देव को कर्मफलदाता माना जाता है, जो व्यक्ति की मेहनत और संघर्ष के अनुसार उसे फल देते हैं। यदि जीवन में लगातार कष्ट, बेरोजगारी, ऋण, या अन्य समस्याएं आ रही हैं तो शनिवार को शनि देव की पूजा करने से इन संकटों में कमी आ सकती है।
Wealth gain and prosperity धन लाभ और समृद्धि: शनि का संबंध कार्य और पेशेवर जीवन से भी है। यदि शनि की पूजा सही तरीके से की जाए तो यह व्यक्ति के आर्थिक जीवन में सुधार ला सकती है। शनि देवता की कृपा से धन और समृद्धि बढ़ सकती है, खासकर जो लोग मेहनत करने के बाद भी आर्थिक संकटों का सामना कर रहे हैं।
Protection from ghosts and negative energies भूत-प्रेत और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा: शनि देव को बुरी शक्तियों से बचाने वाला भी माना जाता है। शनि देव की पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा मिलती है और जीवन में शांति बनी रहती है।
Inspiration for kindness and social service दीन-दयालु और समाज सेवा की प्रेरणा: शनि देव दीन-दयालु हैं और गरीबों और वंचितों की मदद करने वाले होते हैं। उनके पूजन से व्यक्ति में परोपकार की भावना जागृत होती है और समाज सेवा के लिए प्रेरणा मिलती है।
Method of worshiping Shani Dev on Saturday शनिवार को शनि देव की पूजा विधि:
प्रसाद: शनि देव की पूजा में तिल, काले उबले चने, तेल और काले वस्त्र चढ़ाने का महत्व है।
आवश्यक सामग्री: तेल का दीपक, काले तिल, काली उबली हुई चने, गुड़, तिल के लड्डू, काले पत्थर, शनि चित्र या प्रतिमा।
Puja vidhi पूजा विधि:
सबसे पहले घर के स्वच्छ स्थान पर शनि देव का चित्र या मूर्ति रखें।
शनि देव के मंत्र का उच्चारण करें – "ॐ शं शनैश्चराय नमः"
तेल का दीपक जलाकर शनि देव को तिल, गुड़, काले चने चढ़ाएं।
शनि देव का ध्यान करें और उन्हें अपने अच्छे कर्मों के लिए धन्यवाद दें।
विशेष रूप से गरीबों और जरूरतमंदों को दान देने का प्रयास करें।
संतान सुख, नौकरी या व्यापार में सफलता, और शनि दोष से मुक्ति के लिए विशेष प्रार्थना करें।