शादी ब्याह के लिए 2020 में बचे हैं केवल 9 शुभ मुहूर्त, आप भी जानें कौन से ये खास दिन

Thursday, Oct 15, 2020 - 03:33 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अधिक मास के समापन के साथ ही नवरात्रि का पर्व आरंभ हो जाएंगे जिसके साथ ही शादी ब्याह पर लगी रोक हट जाएगी। जी हां, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अधिक मास में सभी तरह के शुभ व मांगलिक कार्यो पर रोक लगा दी जाती है। इस बार अधिक मास 17 अक्टूबर को खत्म हो रहा है, जिसके साथ ही इस साल के शारदीय नवरात्रि का पर्व आरंभ हो जाएंगे। कहा जाता है नवरात्रि का समय हर प्रकार के मांगलिक कार्य को शुरू करने के लिए सबसे शुभ माना जाता है। मगर इस दौरान भी शुभ मुहूर्त को देखना आदि बेहद आवश्यक होता है। खासतौर पर जब बात आती है शादी ब्याह की तो इस बार का ध्यान रकना और भी ज्यादा ज़रूरी हो जाता है। आज हम इससे से जुड़ी ही जानकारी आपके देने वाले हैं, जिसमें हम आपको बताएं इस साल में कुल कितने शादी के मुहूर्त बचे हैं। 

आपकी जानकारी के लिए बता दें इस साल विवाह और मांगलिक कामों के लिए अब सिर्फ 9 दिन ही बाकी हैं। अगले महीने देव प्रबोधिनी एकादशी यानी 25 नवंबर से विवाह और मांगलिक कामों की शुरुआत हो जाएगी। लेकिन विवाह के लिए 11 दिसंबर को साल का आखिरी शुभ मुहूर्त रहेगा। इसके बाद अब अगले साल अप्रैल में ही विवाह के मुहूर्त रहेंगे।

चलिए अब आपको सारे शुभ मुहूर्त बताते हैं-
2020 में सिर्फ 9 दिन हैं विवाह के मुहूर्त
25 नवंबर से विवाह और मांगलिक काम शुरू
25, 30 नवंबर को विवाह का शुभ मुहूर्त रहेगा
1, 7, 8, 9 और 11 दिसंबर को मुहूर्त रहेगा
2021 में अप्रैल से पहले कोई मुहूर्त नहीं है
22 अप्रैल 2021 को पहला विवाह मुहूर्त रहेगा

25 नवंबर को देव प्रबोधिनी एकादशी के दिन विवाह का मुहूर्त है। देश के कई हिस्सों में इसे अबूझ मुहूर्त माना जाता है। इसलिए इस दिन विवाह और हर तरह के मांगलिक काम इस दिन कर लिए जाते हैं। लेकिन ग्रंथों में इसे अबूझ मुहूर्त नहीं कहा गया है। इस बार नवंबर में 25 और 30 तारीख को विवाह के मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद दिसंबर में 1, 7, 8, 9 और 11 तारीख को विवाह के मुहूर्त रहेंगे।

यहां जानें अगले साल यानि 2021 के विवाह मुहूर्त भी-
इस साल 15 दिसंबर को सूर्य के धनु राशि में आ जाने से खर मास शुरू हो जाएगा। जो कि अगले साल 14 जनवरी तक रहेगा। खर मास में विवाह के लिए मुहूर्त नहीं होते हैं। इसके बाद 19 जनवरी को गुरु तारा अस्त हो जाएगा और 16 फरवरी तक अस्त ही रहेगा। इस दौरान भी विवाह के लिए मुहूर्त नहीं रहेंगे। फिर 16 फरवरी से 17 अप्रैल तक शुक्र तारा अस्त रहेगा। इस कारण 11 दिसंबर के बाद अगले 4 महीने तक विवाह के लिए शुभ मुहूर्त नहीं रहेंगे। इस तरह अगले साल 22 अप्रैल को पहला विवाह मुहूर्त रहेगा।

चलिए अब आपको बताते हैं कि शादी के लिए दूल्हा-दुल्हन के कितने गुण मिलने चाहिए। कुंडली में मुख्य रूप से 8 चीजों का मिलान होता है जैसे गण, ग्रहमैत्री, नाड़ी, वैश्य, वर्ण, योनी, तारा और भकूट इन्हीं सब को मिलाकर कुल 36 गुण बनते हैं। और इनमें से जितने ज्यादा गुण लड़का-लड़की के मिलते हैं उतना ही शुभ माना जाता है। कुंडली के इन 36 गुणों में से कम से कम 18 गुण वर-वधु की कुंडली में मिलना जरूरी होता है। जिन लोगों की कुंडली में 18 से 25 गुण मिलते हैं वह शादी के लिए अच्छा मिलान माना गया है। इसी के साथ 25 से 32 गुणों के मिलने पर वैवाहिक जीवन काफी अच्छा गुजरता है और वर-वधु के बीच का तालमेल अच्छा बैठने की संभावना होती है। अगर किसी जातक के 32 से 36 गुण मिलते हैं तो ऐसे जातकों का वैवाहिक जीवन काफी आनंदमय रहने की संभावना होती है। ऐसे लोगों का आपसी तालमेल जबरदस्त होता है।

 

Jyoti

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