SAWAN 2020: खत्म होने वाला है भोलेनाथ का प्रिय माह, आप भी उठा लें मौके का फायदा

Saturday, Aug 01, 2020 - 01:28 PM (IST)

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03 अगस्त को इस साल के श्रावण मास का आखिरी सोमवार है, जिसके साथ ही इस भगवान शंकर का ये पावन महीना खत्म हो जाएगा। ऐसे में अब महादेव के भक्तों के लिए केवल 2 ही दिन बचे हैं जब वो भगवान शंकर को प्रसन्न कर सकते हैं। क्योंकि कहा जाता है सावन का महीने भगवान शंकर का सबसे प्रिय है। धार्मिक कथाओं के अनुसार इस मास में भगवान शंकर ने विष पान किया था और इसे अपने कंठ में रोक लिया था जिस कारण उन्हें जलन होने लगी थी, तब सभी देवी-देवताओं ने उन पर गंगा जल तथा दूध अर्पित किया था। ताकि उन्हें ठंडक मिल सके। यही कारण है इस माह में खासतौर पर इस दिन शिव प्रतिमा तथा इनके लिंग रूप यानि शिवलिंग का दूध आदि से अभिषेक करते हैं। इतना ही नहीं इस मास में कांवड यात्रा भी निकाली जाती है। जिस दौरान कांवड़िये दूर दूर से गंगा जल भरकर देश में स्थापित ज्योर्तिलिंगों पर अर्पित करने आते हैं। हालांकि कोरोना के कारण इस बार कावंड़ यात्रा का नज़ारा भी देखने को नहीं मिल पाया। तो वहीं देश के कुछ ऐसे भी स्थान हैं जहां कोरोना के कारण मंदिर आदि न खुलने के कारण लोग श्रावण मास में अपने भोलेनाथ की पूजा नहीं कर पाए और न ही उन्हें प्रसन्न कर पाए। तो बता दें आपके पास अभी भी भगवान शंकर को प्रसन्न करने का मौका है। जी हां, ज्योतिष विद्वानों के अनुसार अगर सावन माह के बचे दो दिनों में कोई भी जातक आगे बताए जाने वाले उपायों को अपनाता है तो यकीनन भगवान शंकर की कृपा पा सकता है। इतना ही नहीं बल्कि अपनी तमाम समस्याओं आदि से छुटकारा पा सकता है। तो आइए जानते है कौन से उपाय आदि करके आप अपनी परेशानियों से मुक्ति पा सकते हैं। 

सावन के बचे दो दिनों मेें रात को 11 बजे से 12 बजे के बीच शिवलिंग के समक्ष दीपक जलाकर ॐ नमः शिवाय का विधिवत जप करें। इसके साथ ही शिवलिंग पर जल, दूध तथा चावल भी अर्पित करें। कहा जाता है सावन में ये उपाय करने से जातक की धन संबंधी सभी परेशानियां खत्म होती हैं। 

व्यवसाय से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए होती हैं उन्हें पूरे सावन मास में या किसी भी दिन नदी या फिर किसी तालाब के किनारे मछलियों को आटे से बनीं गोलियां खिलाएं। कहा जाता है इस उपाय को करने से घर में देवी लक्ष्मी जी का वास होता है। 

इसके अलावा सावन में जल, दूध, दही, शहद, चीनी, घी, पंचामृत, चन्दन, रोली, चावल, फूल, कलावा, वस्त्र, जनेऊ, बिल्वपत्र, दूर्वा, फल, आक, धूतूरा, कमल−गट्टा, पान, लौंग, इलायची, सुपारी, पंचमेवा, धूप और दीप का इस्तेमाल करते हुए शिव जी की पूजा करें।  
जितना हो सके शिव चालीसा का पाठ करें, मान्यता है इससे समस्त बाधाएं दूर होती हैं। तो वहीं ज्योतिषी बताते हैं कि सावन में चीनी से शिवलिंग का अभिषेक करने से जातक के जीवन में सुख और वैभव की प्राप्ति होती है। 

सावन के दौरान अगर रोज़ाना 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से ॐ नम: शिवाय लिखकर शिवलिंग पर इन्हें अर्पित किया जाए तो तमाम तरह के आर्थिक संकटों से राहत मिलती है। 

जो लोग इस दिन घर में पारद शिवलिंग स्थापित किए हुए हैं, वो इसकी विधिवत पूजा करें। साथ ही रोज़ाना इस मंत्र का जप करें-

ऊं ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नम: शिवाय:। ध्यान रहे प्रत्येक बार मंत्र जाप करते हुए शिवलिंग पर बिल्वपत्र चढ़ाएं और इसके तीनों दलों पर लाल चंदन से क्रमश: ऐं, ह्री, श्रीं लिखें। ऐसा कहा जाता है ये उपाय करने से  ऐसा आमदनी में इजाफा होता है।
 

Jyoti

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