श्रावण मास में महिलाओं को ज़रूर करने चाहिए ये काम

Friday, Jul 22, 2022 - 12:58 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
देवों को देव महादेव की पूजा करने के लिए यूं तो उनके शिव भक्तों को किसी खास दिन की आवश्यकता नहीं होती, परंतु श्रावण मास को लेकर धार्मिक शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि ये मास शिव जी को अधिक प्रिय है। अतः व्यक्ति भोलेनाथ को इस मास में प्रसन्न कर लेता है उस पर इनकी अपार कृपा बरसती है। खासतौर पर कहा जाता है श्रावण का माह महिलाओं के लिए शिव शंकर की कृपा पाने का सबसे बेहतरीन मौका होता है। ऐसी धार्मिक मान्यताएं है कि विवाहित महिलाओं द्वारा इस मास में सौभाग्यवती होने की कामना के साथ शिव-पार्वती की भक्ति भाव से पूजा-अर्चना करनी चाहिए। तो वहीं कुंवारी कन्याओं द्वारा अच्छा वर पाने के लिए शिव जी पूज करने का विधान है। अतः यही कारण है कि श्रावण मास में महिलाएं शिव जी पूजन बेहद बढ़-चढ़कर करती हैं। परंतु इसके अलावा भी ज्योतिष शास्त्र में श्रावण मास से जुड़े कुछ नियम बताए गए जिन्हें महिलाओं के लिए अपनाना बेहद जरूरी माना जाता है। ज्योतिष विशेषज्ञ बताते हैं शास्त्रों कें श्रावण मास में भोलेनाथ की पूजा के अलावा कुछ ऐसे कार्य बताए गए जिन्हें यदि महिलाएं करती हैं तो उन्हें शिव जी के साथ-साथ देवी पार्वती से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त है। तो आइए जानते हैं क्या है वो काम- 

दान
चूंकि श्रावण मास में देवी पार्वती को समर्पित मंगला गौरी व्रत भी पड़ता है तो ऐसे में विवाहित व अविवाहित महिलाओं को सावन मास के सोमवार व मंगलवार को देवी मंगला को सुहाग की वस्तुएं ज़रूर अर्पित करनी चाहिए।  साथ ही विवाहित महिलाओं को इस दिन श्रृंगार सामग्री का दान करना चाहिए, ऐसा माना जाता है इससे अखंड सौभाग्य की प्राप्ति का वरदान मिलता है। 

भजन
हिंदू धर्म के ग्रंथों व शास्त्रों में किए वर्णन के अनुसार सावन में शिव प्रसन्न मुद्रा में होते हैं। ऐसे में प्रतिदिन या फिर प्रत्येक सावन के सोमवार पर भक्ति भाव से महादेव और देवी पार्वती के भजन गाने चाहिए। कहा जाता है इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। 

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मंत्र
ऐसा कहा जाता है कि शिव की भक्ति का फल तभी मिलता है जब व्यक्ति शांत मन से इनकी आराधना करता है। इसलिए जो महिलाएं अपनी पूजा को सफल बनाने की इच्छुक होती हैं उन्हें विशेषतौर पर श्रावण मास में अपने गुस्सा पर काबू पाना चाहिए। अगर कभी किसी के साथ किसी तरह की विवाद की स्थिति बने तो ॐ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। ऐसा कहा जाता है इससे क्रोध शांत होता है। 

चूड़ी
कहा जाता है सावन मास में चारों तरफ हरियाली छाई रहती है लिहाजा इस माह का हरे रंग से विशेष संबंध माना जाता है। ऐसे में प्रतिदिन विवाहित महिलाओं को हरे रंग की चूड़ियां पहननी चाहिए। ऐसा माना जाता है इससे मां पार्वती की कृपा बनी रहती है। 


मेहंदी
माना जाता है कि हाथों में मेंहदी लगाने से मन भी हरा-भरा हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हरे रंग का संबंध बुध ग्रह से है। इस माह मेहंदी लगाने से न सिर्फ महिलाओं की खूबसूरती बढ़ती है बल्कि बुध की शुभता भी मिलती है। साथ ही साथ जीवनसाथी की तरक्की का रास्ता खुलता है। 

 

Jyoti

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