Sawan Somvaar: ऐसे पाएं शिव जी का आर्शीवाद, मनोकामनाओं की होगी पूर्ति

Monday, Jul 13, 2020 - 06:19 PM (IST)

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श्रावण के दूसरे सोमवार सुबह शिवलिंग की पूजा कर पाने में सक्षम नही हो पाए, बता दें अपनी वेबसाइट के माध्यम से हम आपके लिए आज के प्रदोष काल में कर सकने वाले उपाय लाएं हैं। तो चलिए लाल किताब और वास्तु ऐक्सर्पट आशु मल्होत्रा से जानते हैं वो खास उपाय साथ ही जानते हैं चंद्र का मानव जीवन के साथ क्नेक्शन-

सोमवार का दिन महादेव जी का माना गया है और ज्योतिष में ये दिन चंद्र का माना गया है, जो हमारे जीवन के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण ग्रह है। हमें आने वाले मानसिक विचार चंद्र से ही जुड़े होते हैं। चंद्र जल है और जल ही जीवन है। पृथ्वी के 70% क्षेत्रफल में भी जल ही है। जिसका अर्थात हुआ कि बिना जीवन चल ही नहीं सकता। चंद्र पृथ्वी की हर वस्तु को शीतलता प्रदान करता है, चंद्र आयु भी है, हमारा मन भी हमारी मां भी चंद्र है। हमारा धन भी जीवन के भौतिक सुख भी चंद्र है, और सबसे खास बात ये है कि देवों के देव महादेव की जटाओं में एक तरफ़ गंगा है तो साथ में चंद्रमा भी विराजमान हैं।

गंगा मां भी जल ही हैं और वो भी चंद्र ही हैं। इन सभी बातों का ये मतलब है कि अगर कुंडली में चंद्र दूषित हो जाए या पापी ग्रहों के साथ अपनी युति बना लें तो आपके जीवन में संघर्ष बढ़ने लगता है। साथ ही साथ आपका स्वास्थ्य और आयु पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।

इसके अलावा अगर कुडंली में चंद्र शनि राहु-केतु और मंगल के साथ बैठ जाएं तो जातक का जीवन बहुत कठिनाईयों भरा हो जाता है या नीच अवस्था में आ जाए तो इन ग्रहों के साथ चंद्र की युति छठे आंठवे या बाहरवें भाव में बन जाएं तो ये बहुत अधिक दुखदायी हो जाता है।
 

साथ ही अगर राहु की महादशा में शनि की साढ़ेसाती भी हो तो जातक कर्ज़ शत्रु और बीमारियों से घिर जाता है, जिस कारँ जीवन नर्कमयी बन जाता है।
मौज़ूदा स्थिति की बात करें तो फिलहाल धनु मकर और कुंभ वालों पर शनिदेव की साढ़ेसाती चल रही है और मिथुन और तुला राशि वालों पर ढैय्या चल रही है तो श्रावण के प्रत्येक सोमवार पर आप निम्न उपाय कर सकते हैं, इससे आपका चंद्र मज़बूत होगा।

हो सके तो गंगा जल में या साफ जल में देसी घी दही दूध शहद मिलाकर, साथ में केसर मिश्री चावल गुड़ और सुपारी भी रख लें। इसी तरह पांच तरह के फ़ल भी रख लें और शिव मंदिर में जाएं। 

शिवलिंग पर केसर मिश्री चावल गुड़ और सुपारी चढा़एं, उसके बाद पांच फ़ल चढा़कर उसपर पंचामृत ऊँ नमः शिवाय का मंत्र का जाप करते हुए अर्पित करें। इससे चंद्र को बल मिलेगा और आपकी हर मनोकामना पूरी होगी । 

Jyoti

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