श्रावण का आखिरी उपायः इस दिन भगवान शिव को चढ़ाएं लाल मसूर की दाल, मिलेगा ऐशो-आराम

Tuesday, Aug 09, 2022 - 04:17 PM (IST)

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आज 09 अगस्त दिन मंगलवार को श्रावण मास का दूसरा व आखिरी प्रदोष व्रत पड़ रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगलवार को पड़ने वाले मंगलवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव कैलाश पर्वत पर स्थित अपने रजत भवन में नृत्य करते हैं और सभी देवता उनकी स्तुति करते हैं। वैसे तो साल भर में पड़ने वाले सभी प्रदोष व्रत महादेव की पूजा के लिए उत्तम माने जाते हैं, लेकिन सावन माह में इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में आज हम आपको भौम प्रदोष के दिन करने वाले कुछ ऐसे असरदार व चमत्कारी उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको करने से भोलेनाथ के साथ साथ आप हनुमान जी की अपार कृपा बरसेगी।

शुरु करते हैं पहले उपाय से-
जैसा कि मंगलवार के स्वामी हनुमान जी है और इसी दिन प्रदोष व्रत भी है। बता दें कि बजरंगबली भोलेनाथ के 11वें रुद्र अवतार थे। ऐसे में कल भौम प्रदोष व्रत पर भगवान शिव के साथ हनुमान जी की पूजा करना बेहद ही मंगलकारी माना जाता है। इससे आप पर भगवान शिव के साथ साथ हनुमान जी की अपार कृपा बरसती है।

बता दें कि भौम प्रदोष का दिन  भाई-बहन के लिए बी बेहद खास माना जाता है। इस दिन अपने बड़े भाई की सेवा करें साथ ही अपने हाथ से कुछ मीठी वस्तु बनाकर खिलाएं। ऐसा करने से आपका मंगल मजबूत होता है और हनुमान जी का आसीर्वाद प्राप्त होता है। ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन बड़े भाई की सेवा करने से व्यापार में आय वृद्धि के मार्ग प्रशस्त होते हैं।

भौम प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर दूध में गुड़ व शहद मिलाकर अभिषेक करें। इससे धन वृद्धि के संयोग बनते हैं और घर की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होती है।

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तो वहीं अगर आप कर्ज से मुक्ति पाना चाहते हैं तो इस दिन भगवान शिव को लाल मसूर की दाल अर्पित करें। इस उपाय को करने से आपके ऊपर कर्ज का बोझ उतर जाएगा।   

इसके अलावा भौम प्रदोष के दिन आटे और गुड़ के लड्डू बनाकर बजरंगबली को भेंट करें, ग्रहों का अशुभ प्रभाव खत्म होगा।

आखिरी में आपको बता दें कि भौम भूमि के पुत्र हैं, जिनको मंगल कहा जाता है इसलिए इस दिन भूमि नहीं खोदनी चाहिए। सूर्य जब अस्त हो रहे हों तब भगवान शिव और हनुमानजी की पूजा व आरती करें। इसके साथ ही जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष है, उनको भौम प्रदोष व्रत करना चाहिए। इस व्रत के करने से अशुभ प्रभाव से मुक्ति पा सकते हैं।

Jyoti

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