Sawan Saturday 2025: सावन में होगा शनि की साढ़ेसाती का अंत, जानें कौन से उपाय दिखाएंगे असर
punjabkesari.in Saturday, Jul 12, 2025 - 05:00 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Sawan Saturday 2025: सावन का महीना हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्व रखता है, खासकर शंकर भगवान की उपासना के लिए। यह महीना प्रकृति के साथ-साथ मानव जीवन में भी नये बदलावों का संकेत देता है। साल 2025 में, 9 अगस्त को सावन शनिवार के दिन शनि की साढ़ेसाती का अंत होने जा रहा है। यह दिन खास इसलिए होगा क्योंकि शनि के प्रभाव से मुक्ति के बाद व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। शनि की साढ़ेसाती के दौरान व्यक्ति को विभिन्न रूपों में कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ता है। यह समय किसी के लिए कठिनाइयों, निराशाओं और संघर्षों का हो सकता है। खासकर नौकरी, परिवार, स्वास्थ्य और आर्थिक समस्याएं उभर सकती हैं। साथ ही, शनि के साढ़ेसाती का प्रभाव कई बार व्यक्ति को अपनी गलतियों का एहसास भी कराता है और जीवन में सुधार की दिशा में प्रेरित करता है।
शनि की साढ़ेसाती के अंत के बाद क्या होगा ?
9 अगस्त 2025 के बाद शनि का साढ़ेसाती खत्म हो जाएगा, जिससे कई लोगों के जीवन में राहत मिल सकती है। यह समय शनि के सकारात्मक प्रभाव के लिए उपयुक्त होगा। जो लोग लंबे समय से शनि की साढ़ेसाती से प्रभावित हो रहे थे, उन्हें अब अपने जीवन में सुधार और सफलता की ओर बढ़ने का मौका मिलेगा।
शनि के प्रभाव को संतुलित करने के उपाय
ॐ शं शनैश्चराय नमः इस मंत्र का नियमित रूप से जाप करने से शनि के कुप्रभाव से मुक्ति मिल सकती है। खासकर सावन महीने में यह जाप ज्यादा प्रभावशाली होता है।
शनि के प्रभाव को शांत करने के लिए ब्लू रंग को पहनने का सुझाव दिया जाता है। शनि को नीला और काला रंग प्रिय है इसलिए यह रंग पहनने से शनि के प्रभाव में कमी आ सकती है।
तिल का दान:
तिल को शनि देव को अर्पित करना शनि के कुप्रभाव को शांत करने का एक महत्वपूर्ण उपाय है। शनिवार के दिन तिल का दान करें, विशेष रूप से गरीबों और ब्राह्मणों को, इससे शनि का प्रकोप कम होता है।
शनिवार का व्रत:
शनिवार को व्रत रखने और शनि देव की पूजा करने से शनि के आशीर्वाद प्राप्त हो सकते हैं। यह व्रत शनि के दुष्प्रभावों को समाप्त करने और अच्छे फल देने के लिए किया जाता है।
लोहे की चीज़ों का दान:
शनि का प्रिय पदार्थ लोहे से संबंधित है। शनिवार के दिन लोहे की वस्तुएं जैसे लोहे की कील, छड़ी, चाकू आदि का दान करने से शनि के प्रभाव में कमी आती है और अच्छे परिणाम मिलते हैं।
शनि यंत्र का पूजन:
शनि यंत्र की पूजा करने से शनि के दुष्प्रभाव को नियंत्रित किया जा सकता है। इस यंत्र को घर में स्थापित करने से शनि का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में स्थिरता आती है।