Sawan Month 2021: करो सावन की तैयारी, आ रहे हैं डमरू धारी

Monday, Jul 19, 2021 - 07:17 AM (IST)

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2021 Sawan Somwar: सावन हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण महीना होता है। शिव भक्तों को इसका बड़ी उत्सुकता से इंतजार रहता है। इस महीने की शुरुआत से ही बहुत सारे हिंदू पर्वों और त्योहारों का आरंभ हो जाता है। मान्यता यह है कि जब भगवान विष्णु पृथ्वी के कार्यभार को भगवान शिव को सौंपकर शयन के लिए चले जाते हैं। इन 4 महीनों में भगवान अपने भक्तों की प्रार्थना सुनने के लिए सभी द्वार खोल देते हैं। यही कारण है की बड़ी श्रद्धा से श्रद्धालु इस महीने में अपने देवाधिदेव महादेव को मनाने का हर संभव प्रयास करते हैं। शिव के अनन्य भक्त भक्ति भाव से ओत-प्रोत रहते हुए अलग-अलग विधियों से भगवान शंकर की स्तुति करते हैं जैसे कि कुछ लोग व्रत-उपवास करते हैं कावड़िए कावड़ लेकर भगवान शिव पर जल का अभिषेक करते हैं। सावन माह में जप, तप और व्रत इन तीनों विधियों से भगवान शंकर को प्रसन्न किया जा सकता है और सावन माह की तैयारी कई दिनों पहले से ही श्रद्धालु शुरू कर देते हैं। बड़ा ही सुंदर दृश्य होता है शिवालयों के बाहर जब भक्त अपने इष्ट को मनाने के लिए खड़े होते हैं। वर्तमान समय की स्थिति के अनुसार यह उत्साह कुछ हद तक कम ही दिखेगा। कोरोना महामारी से बचने के लिए इस वर्ष भी मंदिर जाने की बजाय अपने घर पर ही शिव पूजा करना उत्तम रहेगा। तो जानते हैं कि आप घर में ही रह कर किस प्रकार से सभी नियमों का पालन कर भगवान शिव की कृपा के पात्र बन सकते हैं।


सावन के महीने में प्रतिदिन भगवान शंकर के किसी भी मंत्र का उच्चारण करें, शिव स्तोत्र का पाठ, द्वादश ज्योतिर्लिंगों के नाम का जाप, महामृत्युंजय मंत्र का जाप करके आप घर बैठे ही शिवकृपा पा सकते हैं और भक्ति में रम सकते हैं।

सावन के महीने में किए गए दान भी अत्यंत शुभ होते हैं। इस माह दूध, खीर, मिष्ठान और वस्त्र इत्यादि का दान करने से सुख-समृद्धि बनी रहती है।

अपने घर में उत्तर दिशा की तरफ मुख करके भगवान शिव के अविरल रूप का ध्यान करें और उनके मंत्रों का उच्चारण करें। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां चल रही हो तो आपको महामृत्युंजय मंत्र का जाप सफेद रंग या पीले रंग के आसन पर बैठकर करना चाहिए।

मंत्र- ओम त्र्यंबकम यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम उर्वारुकमिव वंदना मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।


सावन के महीने में सुहागिन स्त्रियों का सम्मान अवश्य करें। स्त्री जाति स्वयं शक्ति का रूप होती है। इनका सम्मान करना आपके जीवन को हर तरह के सुख से परिपूर्ण कर देगा।

इस माह में प्रतिदिन गंगाजल से स्नान करना भी बेहद लाभदायक होता है।

भगवान शंकर को अपने घर के बने सात्विक भोजन का प्रतिदिन भोग लगाएं, फिर सारे परिवार के साथ मिलकर प्रशाद ग्रहण करें।

नीलम
neelamkataria0012@gmail.com


 

Niyati Bhandari

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