श्रावण मास में ज़रूर करें बारिश के पानी के ये उपाय, बदल जाएगा भाग्य

Wednesday, Jul 13, 2022 - 05:28 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
श्रावण का मास आरंभ होने वाला है, जहां एक तरफ इस मास को शिव जी की आराधना के लिए विशेष मानते हैं तो वहीं इस मास को बारिश की वजह से भी जाना जाता है है। दरअसल श्रावण मास में अधिक बारिश होती है। जिसका पौराणिक कारण ये माना जाता है कि इस मास में शिव जी द्वारा विषपान करने के कारण उनके गले से लेकर पूरे शरीर में बेहद जलन होने लगी थी। ऐसा माना जाता श्रावण मास में अधिक बारिश भगवान शिव के गर्म शरीर को ठंडक प्रदान करती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शंकर स्वयं सावन महीने की महिमा बताते हुए कहते हैं कि मेरे तीनों नेत्रों में सूर्य दाहिने, बाएं चन्द्रमा और अग्नि मध्य नेत्र है। जब सूर्य कर्क राशि में गोचर करता है, तब सावन महीने की शुरुआत होती है। सूर्य गर्म है, जो ऊष्मा देता है, जबकि चंद्रमा ठंडा है जो शीतलता प्रदान करता है। इसलिए सूर्य के कर्क राशि में आने से झमाझम बारिश होती है। जिससे लोक कल्याण के लिए विष को पीने वाले भोलेनाथ को ठंडक व सुकून मिलता है। इसलिए शिव का सावन से इतना गहरा लगाव है।

ये तो बात हुई श्रावण मास में बारिश होने का धार्मिक तथ्य व महत्व। अब आपको बताते हैं वास्तु की दृष्टि से श्रावण मास की बारिश का कैसा फायदा उठाया जा सकता है। जी हां, वास्तु व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बारिश के पानी से ऐसे ऐसे उपाय किए जा सकते हैं जिन्हें करने से व्यक्ति को लाभ प्राप्त हो सकता है। 

जिस प्रकार बारिश के जल से हमारे आसपास का वातावरण शुद्ध होता है। ठीक उसी तरह बारिश के पानी से आपका जीवन भी खुशहाल और धन-धान्य से भर सकता है। जी हां, ज्योतिष की दृष्टि से भी बारिश के पानी को बहुत महत्व दिया गया है। शास्त्रों में बारिश के जल के कुछ ऐसे चमत्कारी उपायों का वर्णन किया गया है। जिनको अगर आप करते हैं तो आपके जीवन की कोई भी परेशानी हो चाहे वो पैसों को लेकर या फिर बीमारी को लेकर हो। इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। 

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बता दें कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर आपको व्यवसाय में घाटा हो रहा है या फिर तरक्की नहीं हो तो इससे छुटकारा पाने के लिए बारिश के पानी को किसी पीतल के बर्तन में इकट्ठा कर लें। इसके बाद एकादसी के दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का इस बारिश के जल से अभिषेक करें। इस उपाय को करने से कारोबार में हो रहा घाटा बंद हो जाएगा। साथ ही साथ धीरे-धीरे व्यवसाय में तरक्की होने लगेगी। इतना ही नहीं इस उपाय को करने से परिवार के सदस्यों के बीच तल रहा मनमुटाव भी दूर होता है।

अगर आपको घर में नकारात्मक शक्ति का आभास होता है तो इन शक्तियों को दूर करने के लिए। किसी बर्तन में बारिश का पानी भर लें। फिर उसे हनुमानजी के सामने रख दें और पूरे सावन प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। फिर इस पानी को घर के सभी हिस्सों में छिड़के। ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियां खत्म हो जाएंगी।

जीवन में कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है, आप कर्ज लौटा पाने में असमर्थ हैं तो किसी बर्तन में बारिश के पानी को भर लें। फिर इसमें दूध मिलाकर भगवान का नाम लेकर जितने दिन हो सके इस पानी से नहाएं। ऐसा करने से कर्ज धीरे-धीरे कम होने लगेगा।

आर्थिक समस्याओं से परेशान रहते हैं तो मिट्टी के घड़े में बारिश का पानी इकट्ठा करके उसे उत्तर दिशा में रख दें। क्योंकि कुबेर जी उत्तर दिशा के स्वामी है। तो ऐसे में इस उपाय को करने से आपको आर्थिक परेशानियों से निजात मिलेगी।

तो वहीं ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, जीवन में धन की कमी को दूर करने के लिए। एक कटोरी में बारिश का पानी भर लें। फिर  इस पानी को कुछ देर तक धूप में रखें। इसके बाद इष्टदेव का नाम लेते हुए इस पानी को आम के पत्तों पर छिड़क दें। ऐसा करने से धन की देवी मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती है। इसके साथ ही उनकी कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है।

शास्त्रों के अनुसार, अगर आप लंबे समय से चले आ रहे रोगों से छुटकारा पाने चाहते हैं, तो बारिश के पानी से भगवान शिव का अभिषेक करें। ऐसा करने से आपको पुराने रोगों से जल्द ही निजात मिलेगी।


 

Jyoti

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