Sawan 2021: राशि अनुसार जपें शिव मंत्र, पूरी होंगी हर मनोकामना!

Wednesday, Jul 28, 2021 - 05:13 PM (IST)

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सावन का महीना भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना है और इसे श्रावण माह के नाम से भी जाना जाता है। शिवभक्तों को  सावन के महीने का बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है। इस बार सावन माह की शुरुआत 25 जुलाई से हो चुकी है और सावन का समापन  22 अगस्त को होगा। धार्मिक मान्यता है कि सावन मास में भगवान शिव की पूजा करने से वे जल्दी ही प्रसन्न होते हैं और भक्त पर अपनी कृपा बरसाते हैं। परन्तु यदि राशि के अनुसार शिव  मंत्र का जाप किया जाए  तो जातक पर उनकी अपार अनुकंपा होती है और भक्तों की सभी मनोकामनायें पूरी होती है। सावन महीने में भगवान शिव से संबंधित मंत्रों का जाप करने से उन मंत्रों का सामान्य महीनों के मुकाबले 10 गुना अधिक फल मिलता है। आइए जानते हैं 12 राशियों से जुड़े वो कौन से मंत्र हैं, जिनका श्रद्धा एवं भक्ति के साथ जाप करने पर भगवान शिव की कृपा बरसने लगती है। 

मेष राशि वालों को  शिव मंत्र – ‘ॐ नम: शिवाय‘ मंत्र का जप  करना चाहिए।
वृष राशि वालों को शिव मंत्र – ‘ॐ नागेश्वराय नमः‘ का जप  करना चाहिए।
मिथुन राशि को शिव मंत्र – ‘ॐ नम: शिवाय कालं महाकाल कालं कृपालं ॐ नम:’ मंत्र का जप करना चाहिए।
कर्क राशि वालों को शिव मंत्र – ‘ॐ चंद्रमौलेश्वर नम:’ मंत्र का जाप करना चाहिए।
सिंह राशि वालों को शिव मंत्र – ‘ॐ नम: शिवाय कालं महाकाल कालं कृपालं ॐ नम:’ मंत्र का जाप करना चाहिए।
कन्या राशि वालों को शिव मंत्र – ‘ॐ नमो शिवाय कालं ॐ नम:’ मंत्र का जप करना चाहिए।
तुला राशि वालों को शिव मंत्र–  'ॐ रामेश्वराय नम:'  का जाप करना चाहिए
वृश्चिक राशि वालों को शिव मंत्र– 'ॐ भौमेश्वराय नम:'  मंत्र का जप विशेष रूप से करना चाहिए।
धनु राशि वालों को शिव मंत्र – ‘ॐ नमो शिवाय गुरु देवाय नम:’ मंत्र का जप करना चाहिए।
मकर राशि वालों को शिव मंत्र – ‘भूतेश्वराय नम:' मंत्र का जप करना चाहिए।
कुंभ राशि वालों को शिव मंत्र – 'ॐ अंगारेश्वराय नम:'  मंत्र का जप करना चाहिए।
मीन राशि वाले शिव मंत्र – ‘ॐ नमो शिवाय गुरु देवाय नम:’ मंत्र का जप करें।

अंत में मैं कुंडली टीवी के दर्शकों को यह भी बताना चाहूंगा कि सावन महीने में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना सबसे ज्यादा उपयुक्त मरना जाता है। हमारे शास्त्रों में तो यहां तक कहा गया है कि सावन के महीने में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने पर मृत्यु भी टल जाती है। इस मंत्र का जाप करने पर आरोग्य की प्राप्ति भी होती है। कई मुश्किलें टल जाती हैं। यदि स्वास्थ्य-लाभ चाहते हैं तो नहाते समय महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र का जाप यदि सुबह पूजा के समय किया जाए तो इससे कई कष्ट दूर होते हैं। भगवान शिव का ध्यान करते हुए दूध में निहारते हुए इस मंत्र का जाप करन से यौवन सुरक्षा का लाभ मिलता है। श्रावण मास में भोले भंडारी के मंत्र जप को करने के लिए प्रात:काल स्नान–ध्यान से निवृत्त होकर शिवलिंग की गंगाजल, बेलपत्र या शमी पत्र, फल–फूल आदि से यथा संभव पूजा करें। इसके पश्चात् एक पवित्र आसन पर बैठकर रुद्राक्ष की माला से अपनी राशि के अनुसार मंत्र का जप करें। भोलेनाथ की कृपा हासिल होगी और आपकी सभी मनोकामनाएं भी पूरी होगी।

गुरमीत बेदी 
gurmitbedi@gmail.com

Jyoti

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