Sawan 2020: खूबसूरती बढ़ाने के साथ साथ, रोगों से दिलाती है मुक्ति मेहंदी

Saturday, Jul 11, 2020 - 10:47 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
सावन माह में शिव जी की पूजा का तो महत्व है ही, मगर इसके अलावा भी इस महीने से बहुत सी मान्याताएं जुड़ी हुई हैं। इसका कारण है इस मास में आने वाले व्रत-त्यौहार आदि। कहा जाता है इस दौरान हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है, जिसका संबंध महिलाओं से होता है। प्रचलित मान्यताओं के अनुसार ये त्यौहार मुख्य रूप से शादीशुदा महिलाएं मनाती हैं। इस दौरान इनके लिए देवी पार्वती का पूजन करना बहुत लाभदायकी माना जाता है। तो वही साज-श्रृंगार करना मेहंदी लगाना आदि करने से पति की उम्र लंबी होने की मान्यता है। भारत में ये बातें आज से नहीं बल्कि बहुत पहले से सुनने में आ रही है। मगर क्या आपने ये सोचा है कि मेहंदी लगाने के कुछ स्वास्थ्य संबंधी लाभ भी हो सकते हैं? 

जी हां, शायद आप में आधे से ज्यादा लोग इस बात से अंजान होंगे मगर ज्योतिष शास्त्र में इस लगाने के कई ऐसे लाभ बताए गए हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। दरअसल कहा जाता है मेहंदी न केवल साज-सजावट के तौर पर बल्कि एक औषधि के रूप में भी देखी जाती है। आइए जानते हैं कैसे- 

ऐसा कहा जाता कि चूंकि सावन में अधिक रूप से बारिश होती है, ऐसे में बैक्टिरिया पनपने लगता है जिससे व्यक्ति को कई बीमारियां होने का डर रहता है। ऐेसे में आयुर्वेद में मेहंदी को काफी मददगार बताया गया है। कहा जाता है स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत उपयोगी होती, इसलिए सावन में इसे हाथों में लगाने से जहां एक तरफ़ सुंदरता बढ़ती है तो वहीं दूसरी ओर पेट संबंधित बीमारियां होने की संभावना कम होती है। तो इसके अलावा मेहंदी की भीनी-भीनी खुशबू तथा इसकी ठंडक मानसिक तनाव को कम करती है। 

मेहंदी का तासीर ठंडी होती है, इसलिए ये बदन की गर्मी को शांत करने में भी मददगार साबिच होती है। हाथ और पैर के तलवों मेहंदी के पत्ते पीसकर लगाने से राहत मिलती है तथा थकावट भी दूर होती है।

कहा जाता है मेहंदी में कई औषिधीय गुण होते हैं, इसके उपयोग से तनाव, सिरदर्द आदि जैसी बीमारियों से राहत मिलती है। इसके अलावा मेहंदी के पेड़ की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से त्वचा संबंधित रोगों से छुटकारा मिलता है। 

 

Jyoti

Advertising