New Year Prediction: 2023 में रहेगी इन राशियों पर शनि की नजर

Saturday, Dec 24, 2022 - 04:21 AM (IST)

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Shani predictions for 2023: 12 जुलाई 2022 से कर्मफल दाता शनि महाराज कई राशियों पर अपना प्रभाव बनाए हुए थे। नव वर्ष में 17 जनवरी 2023 को शनि देव विशाखा नक्षत्र, गण्ड योग, वृश्चिक राशि में स्थित चंद्र के समय पुनः कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे एवं संवत् 2079 के अंत तक यानी कि 21 मार्च 2023 तक कुम्भ राशि में ही विराजमान रहेंगे। इसके साथ-साथ शनिदेव 2023 के पूर्ण वर्ष तक कुम्भ राशि में ही विचरण करेंगे। तो किन राशियों पर रहेगा साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव -



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कुम्भ राशि
पर साढ़ेसाती का प्रभाव हृदय स्थान पर रहेगा। जन्म कुंडली के आधार पर जिनकी भी कुम्भ राशि है उन्हें अचानक कहीं से धन प्राप्ति हो सकती है। किसी सम्पति का लाभ, सेहत में सुधार, तरक्की का मार्ग खुल सकता है एवं संतान प्राप्ति के भी योग बनते हैं।

मकर राशि के जातकों पर साढ़ेसाती पैरों पर रहेगी अर्थात साढ़ेसाती का प्रभाव समाप्ति पर है। जिसका प्रभाव यह होगा कि- शत्रु आप पर अपना प्रभाव बना सकते हैं, लोगों का आपके प्रति विरोधाभास बढ़ सकता है, परिवार में कलह-क्लेश, किसी रोग से भय, धनहानि, चिंता इत्यादि बढ़ सकती है।


मीन राशि के जातको पर शनि साढ़साती का आरम्भ होगा। जिसके प्रभाव स्वरूप व्यापार में तरक्की, घन प्राप्ति, सम्पदा लाभ, प्रभावक्षेत्र बढ़ सकता है, सरकार से सम्मान व घर-परिवार में कोई मंगल कार्य भी होने की संभावना बनती है।

कर्क एवं वृश्चिक राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या का विशेष प्रभाव रहेगा। इसी के साथ-साथ किन राशि के जातकों पर क्या प्रभाव रहेगा- मेष, सिंह, धनु राशि के जातकों को शारीरिक पीड़ा, स्त्री, पुत्र, एवं वाहन व पशु इत्यादि से परेशानी के योग हैं। व्यापार में हानि व आर्थिक संकट के भी संकेत मिलते हैं।

वृष, कन्या, कुम्भ राशि के जातकों को अचानक कहीं से धनलाभ, सेहत में सुधार, प्रगति के मार्ग खुलेंगे, पत्नी से विशेष सहयोग प्राप्ति के योग पाये जाते हैं।

कर्क, तुला, मीन राशि के जातकों को व्यापार में तरक्की, धनलाभ, प्रभाव क्षेत्र में उन्नति, सरकार से सम्मान, घर में को मंगलकार्य, नया घर बनने के योग पाये जाते हैं।



जिन भी जातकों पर शनि देव का नकारात्मक प्रभाव रहता है तो उन्हें मिट्टी के पात्र में सरसों का तेल भरकर अपना चेहरा उसमें देखकर दक्षिणा सहित शनि मंदिर या शनि पंडित को बर्तन संहित दान देने से शनि के नकारात्मक प्रभाव में कमी आती है। यह दान संध्या काल के समय ही पूर्ण प्रभावशाली होता है। जब सूर्य पूरी तरह से अस्त हो चुका हो।

Sanjay Dara Singh
AstroGem Scientist
LLB., Graduate Gemologist GIA (Gemological Institute of America), Astrology, Numerology and Vastu (SSM)

Niyati Bhandari

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