सफला एकादशी 2019: इस विधि से करें भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी का पूजन

punjabkesari.in Sunday, Dec 22, 2019 - 09:54 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
पूरे एक साल में 24 एकादशियां आती हैं, लेकिन अधिक मास या मलमास आने पर इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। हर माह में कुल दो एकादशियां आती हैं, एक कृष्ण व दूसरी शुक्ल पक्ष की। शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति को दोनों पक्ष की एकादशियों का पालन करना चाहिए। किसी में भी भेदभाव नहीं करना चाहिए। आज पौष माह के कृष्ण पक्ष की सफला एकादशी के व्रत का पालन किया जाएगा। कहते हैं कि इस दिन भगवान नारयण का पूजन करने से व्यक्ति के सारे काम सफल होते हैं और साथ ही उनका आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। चलिए इस खआस दिन पर जानते हैं इस व्रत की पूजन विधि के बारे में।
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सफला एकादशी की तिथि का प्रारंभ
21 दिसंबर को शाम 5 बजकर 15 मिनट से हो जाएगा और इसकी समाप्ति 22 दिसंबर दोपहर 3 बजकर 22 मिनट पर होगी। 

व्रत के पारण का समय
23 दिसंबर को 7 बजकर 10 ए एम से 9 बजकर 14 ए एम तक रहेगा। पारण तिथि के दिन द्वादशी तिथि की समाप्ति दोपहर 1 बजकर 42 मिनट पर होगी।
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सफला एकादशी पूजा विधि
इस एकादशी पर भगवान विष्णु के नारायण रूप की पूजा की जाती है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर विष्णु जी के समक्ष व्रत करने का संकल्प लें। 

व्रत रखने वाले लोग सुबह या शाम के समय भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करें। इस दिन फलाहार करके इंसान को व्रत के नियमों का पालन करना चाहिए। 
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दीप, धूप, नारियल, फल, सुपारी, लौंग आदि का प्रयोग करते हुए भगवान की विधि विधान पूजा करें। एकादशी कथा जरूर पढ़ें और अंत में विष्णु जी और लक्ष्मी माता की आरती उतार कर उन्हें भोग लगाएं।


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