‘संसार एक परिवार’ इस भावना से ही उन्नति संभव है : सतगुरु सुदीक्षा

Tuesday, Nov 30, 2021 - 11:00 AM (IST)

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नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): संत निरंकारी मिशन की प्रमुख सदगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने कहा कि परमात्मा यदि हमारा अपना है तो इसका रचा हुआ संसार भी हमारा अपना ही है। यह परमात्मा सबका आधार है। हर एक में और ब्रह्मांड के कण-कण में इसी का वास है। ऐसा भाव जब हृदय में बस जाता है तब किसी अन्य वस्तु अथवा मनुष्य में फिर कोई फर्क नजर नहीं आता। अत: हम यह कह सकते हैं कि समस्त संसार एक परिवार की भावना जीवन में धारण करने से ही उन्नति संभव है। 

निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी 74वां वार्षिक निरंकारी सन्त समागम को संबोधित कर रही थीं। यह कार्यक्रम मिशन की वेबसाइट एवं एक धार्मिक टी.वी.चैनल के माध्यम द्वारा विश्वभर के निरंकारी श्रद्धालु भक्त घर बैठे ही प्राप्त कर रहे हैं। सतगुरु माता सुदीक्षा ने कहा कि यदि हम आध्यात्मिकता के दृष्टिकोण से देखें तो वास्तविक रूप में सबका आधार यह परमात्मा ही है जिस पर विश्वास भक्ति की बुनियाद है। इसीलिए अपनत्व के भाव को धारण करके हम सब एक दूसरे के साथ सद्भावपूर्ण व्यवहार करें। हर एक के प्रति मन में सदैव प्रेम की ही भावना बनी रहे, नफरत की नहीं। यदि हम किसी के लिए कुछ कर भी रहे हैं तब उसमें सेवा का भाव हो, एहसान का नहीं।

इसके पूर्व सायं 5 बजे से चल रहे सत्संग समारोह में देश-विदेश से भाग ले रहे वक्ता, गीतकार एवं कवियों ने अपने-अपने व्याख्यान, गीत एवं कविताओं के माध्यम से समागम के मुख्य विषय ‘विश्वास, भक्ति, आनंद’ पर रोशनी डाली।

Niyati Bhandari

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