नए साल पर आप भी सोच रहे हैं तीर्थ यात्रा करने की, तो ज़रूर पढ़ लें ये

Friday, Jan 01, 2021 - 03:39 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हमारे देश भारत की बात करें, तो यहां किसी भी शुभ कार्य की शुरूआत हमेशा मंदिरों आदि में जाकर की जाती हैं। कहा जाता है केवल भारत देश एक मात्र ऐसा देश है जहां हर धर्म के लोग रहते हैं। जिस कारण हमारे देश में एक नहीं बल्कि हज़ारों ही तीर्थ स्थल आदि हैं। नए साल के आगमन आज बहुत से लोग विभिन्न प्रकार के तीर्थ स्थलों पर जाते हैं। मगर बहुत से लोग हैं जिन्हें ये नहीं पता कि किसी भी  तीर्थ यात्रा पर जाने से पहले व्यक्ति को कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। जी हां, अगर आप ये बातें जानना चाहते हैं तो आगे दी गई बातों को गौर से ज़रूर पढ़ें-  


जैसे कि हमने उपरोक्त भी बताया कि हिंदू धर्म में तीर्थयात्री का अधिक महत्व है। क्योंकि सनातन धर्म के वेदों और पुराणों में भी तीर्थयात्रा करने का महत्व माना गया है। कहा जाता है तीर्थयात्रा का उद्देश्य ईश्वर के करीब रहने की अनुभूति करना और पुण्य प्राप्त करना होता है।

यही कारण है कि तीर्थयात्रा के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना पड़ता है। इन बातों का पालन करने से तीर्थयात्रा का पूर्ण फल हमें प्राप्त होता है।

इस दौरान भूलकर भी झूठ या अपशब्द न बोलें व गलत आदि जैसे कार्य नहीं करें चाहिए। जो व्यक्ति ऐसा करता है उस व्यक्ति के पापकर्म कभी नष्ट नहीं होते।

चूंकि तीर्थ यात्रा आत्मिक शांति के लिए की जाती है, इसलिए तीर्थ यात्रा करते वक्त सच्चे मन से ईश्वर का गुणगान करना चाहिए। 

इस दौरान जोर-जोर से नहीं बोलना चाहिए, बल्कि शांति बनाकर रखनी चाहिए। 

तीर्थ स्थल पर जाकर स्नान, दान, जप आदि पुण्य कर्म ज़रूर करने चाहिए। 

इस बात का खास ध्यान रखें कि कभी किसी से पैसे लेकर तीर्थ यात्रा न करें। बल्कि हमेशा सदा अपने धन से ही तीर्थयात्रा करनी चाहिए। अगर कोई दूसरों के धन से तीर्थ करता है तो उसे पुण्य का 16 वां भाग प्राप्त होता है।

तीर्थ स्थान पर पहुंचकर जब आप परिक्रमा कर रहे हो तो भगवान के सामने कुछ देर रूकें ज़रूर। 

इसके अलावा भगवान का ध्यान करने के बाद ही भोजन करना चाहिए, लेकिन जब आप यात्रा पर हों तो भगवान के निवेदित किए बिना किसी भी चीज का सेवन न करें।

Jyoti

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